असम के CM के बयान पर घमासान, गुजरात चुनाव में राहुल गांधी.. कॉमन सिविल कोड से लेकर ‘लव-जिहाद’ बन रहे मुद्दे

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अहमदाबाद:

गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां पूरी ताकत से प्रचार में जुटी हैं. एनडीटीवी भी प्रदेश के विभिन्न शहरों में लोगों से बात कर ये जानने की कोशिश कर रहा है कि उनके असल मुद्दे क्या हैं और जमीनी स्तर पर कौन सी पार्टी कितनी मजबूत दिख रही है. नवसारी और सूरत के बाद लगभग 200 किलोमीटर की यात्रा कर एनडीटीवी संवाददाता संकेत उपाध्याय वडोदरा पहुंचे. जहां असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के दिए बयान पर घमासान छिड़ गया है. उन्होंने गुजरात जाकर कॉमन सिविल कोड, लव जिहाद और राहुल गांधी पर कई टिप्पणी की.

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असम के सीएम श्रद्धा वालकर मर्डर केस को भी गुजरात के चुनाव में ले आए. उन्होंने कहा, “आफताब ने श्रद्धा की हत्या की और शव के 35 टुकड़े किए. पुलिस ने जब आफताब से पूछा कि हिंदू लड़कियों को ही क्यों लाते हो? तो आफताब ने कहा कि हिंदू लड़कियां भावुक होती हैं. ऐसे कई आफताब और श्रद्धा हैं. इसीलिए लव-जिहाद को लेकर कड़े कानून बनने चाहिए.”

हिमंत बिस्वा सरमा ने समान नागरिक संहिता को भी जरूरी बताया. उन्होंने कहा कि, “कोई व्यक्ति दो-तीन शादी कर लेता है. आखिर तुम दो-तीन शादी क्यों नहीं करोगे? अगर हिंदू एक शादी करता है तो दूसरे धर्मों के लोगों को भी एक ही शादी करनी पड़ेगी. देश में समान नागरिक संहिता कानून बनना चाहिए. इसके आने से चार-चार शादियों से छुटकारा मिलेगा.”

कुबेरनगर की रैली में हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को लेकर भी विवादित बयान दिया. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इन दिनों इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन जैसे दिखने लगे हैं. उन्होंने कहा, “गांधी वंशज की छवि महात्मा गांधी या सरदार पटेल जैसी होनी चाहिए, न कि पूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन जैसी. अभी मैंने देखा है कि उनका (राहुल गांधी) चेहरा भी बदल गया है. वे आजकल इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन की तरह दिखने लगे हैं. चेहरा बदलना कोई बुरी बात नहीं है. आपको अगर चेहरा बदलना ही है तो वल्लभ भाई पटेल, जवाहरलाल नेहरू या फिर गांधी जी जैसा कर लो, लेकिन आपका चेहरा सद्दाम हुसैन जैसा क्यों होता जा रहा है?”

       

हालांकि कांग्रेस ने हिमंत के बयान पर कड़ा विरोध जताया है. वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये वो ही व्यक्ति है जो कांग्रेस नेताओं का पैर पकड़ता था. उनको शर्म आनी चाहिए, आज वो जो भी हैं वो कांग्रेस की वजह से हैं. वहीं, संदीप दीक्षित ने कहा कि इनका बयान सुनकर बीजेपी पर हंसने का मन होता है. कभी नहीं सोचा था कि ये लोग इतना नीचे गिरेंगे, लेकिन ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से इनके होश उड़ गए हैं. उनके नेता ने भी हाल में दाढ़ी बढ़ाई थी. लेकिन हम लोगों ने कुछ नहीं कहा था. वहीं अलका लांबा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अच्छा हुआ जब हिमंता बिस्वा सरमा राहुल गांधी से मिलने गए थे, तो राहुल ने हिमंता की बजाय अपने वफादार कुत्ते को ज्यादा तरजीह दी थी.

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