बिहार के कटिहार में गजब केस! बछड़ा किसका, DNA टेस्ट तक पहुंच गई बात

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कटिहार:

एक गाय के बछड़े के लिए दो दावेदारों के बीच विवाद का अजीब मामला सामने आया है. इन दिनों गाय के बछड़े के इस विवाद में कटिहार पुलिस उलझी हुई है. पुलिस पेशोपेश में हैं. दावेदारी को लेकर तर्कों के बीच विवाद इतना बढ़ चुका है कि अब बात बछड़े के डीएनए टेस्ट तक जा पहुंची है.

कटिहार में एक गाय के बछड़े पर दो दावेदार सामने आने का मामला चर्चा में है. यह मामला कटिहार नगर थाना क्षेत्र के लालकोठी मोनिधार मोहल्ले का है. इस मोहल्ले में रहने वालीं छोटी कुमारी का दावा है कि बछड़ा उनकी उस गाय का है जो एक साल से अधिक समय पहले करंट लगने से मर गई थी. छोटी कुमारी का कहना है कि बछड़ा खेत में भटक रहा था, अब उनके घर में वह खुद ही आ गया है. 

दूसरी तरफ वार्ड नंबर 21 के पार्षद प्रतिनिधि मनोज राय का दावा है कि बछड़ा उनके वार्ड के निवासी अमित कुमार का है और छोटी कुमारी ने जबरन उस बछड़े को अपने घर में लाकर बांधकर रखा है. 

छोटी कुमारी ने बछड़े को जबरन लाकर बांधने के आरोप से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि यह बछड़ा छह माह गायब रहा था. उन्होंने बताया कि उनकी गाय की करंट लगने से मौत हो गई थी. उसके तीन बछड़े हुए थे. पहले दो लाल रंग के थे, और यह भी लाल रंग का है. 

मनोज राय की दावेदारी पर छोटी कुमारी ने कहा कि, ”मैंने उनसे कहा है कि आप अपनी गाय लेकर आईए. यदि बछड़ा उस गाय का दूध पी लेता है तो बछड़े को ले जाईए. वह 10-15 आदमी को लेकर आता है और हमको टॉर्चर करता है.” 

बछड़े पर दावेदारी जताते हुए दोनों पक्षों की तरफ से अलग-अलग आवेदन पुलिस थाने में दिए जा चुके हैं. पुलिस इस बछड़े वाले विवाद को लेकर पूरी तरह उलझी हुई दिख रही है. एक तरफ छोटी कुमारी की दलील दूसरे तरफ अमित कुमार की तरफ से पार्षद प्रतिनिधि की दलील है. 

पुलिस ने इस विवाद के जल्द निदान करने का भरोसा दोनों पक्षों को दिया है. पुलिस को गाय के बछड़े के जरिए उसकी मां तक पहुंचने के लिए डीएनए टेस्ट का सहारा लेना पड़ेगा. बछड़े का मालिकाना हक साबित करने के लिए यही एक रास्ता है.

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