“इसे गंभीरता से ले रहे…”: भारतीय पर सिख चरमपंथी को मारने की साजिश के आरोप पर अमेरिका
खास बातें
- हम भारत के साथ उस रणनीतिक साझेदारी को बेहतर बनाने…US
- “जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को उचित रूप से जवाबदेह ठहराया जाए”
- आरोपों की जांच के लिए भारत ने एक जांच दल गठित किया
वाशिंगटन:
भारत और अमेरिका के संबंधों में पिछले कुछ समय में नजदीकियां बढ़ीं हैं. व्हाइट हाउस राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका, भारत के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को बेहतर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है. दूसरी ओर, उन्होंने एक कथित विफल हत्या की साजिश में एक भारतीय के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा दर्ज मामले का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका ने “इसे बहुत गंभीरता” से लिया है.
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आरोपों और इस जांच को हम बहुत गंभीरता से ले रहे
किर्बी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “भारत एक रणनीतिक भागीदार बना हुआ है, और हम भारत के साथ उस रणनीतिक साझेदारी को बेहतर बनाने और मजबूत करने के लिए काम करना जारी रखेंगे.” अमेरिका में एक कथित विफल हत्या की साजिश में एक भारतीय नागरिक को अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा दोषी ठहराए जाने का जिक्र करते हुए किर्बी ने कहा, “साथ ही, हम इसे बहुत गंभीरता से लेते हैं. इन आरोपों और इस जांच को हम बहुत गंभीरता से ले रहे हैं.” उन्होंने आगे कहा कि हमें यह देखकर खुशी हो रही है कि भारत भी इसकी जांच के अपने प्रयासों की घोषणा करके इसे गंभीरता से ले रहा है.
अपराध के लिए जिम्मेदार व्यक्ति को जवाबदेह ठहराया जाए
किर्बी ने जोर देकर कहा, “हम स्पष्ट हैं… हम चाहते हैं कि इन कथित अपराधों के लिए जिम्मेदार किसी भी व्यक्ति को उचित रूप से जवाबदेह ठहराया जाए.” अमेरिका में संघीय अभियोजकों ने एक भारतीय नागरिक पर एक सिख अलगाववादी नेता की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने का बुधवार को आरोप लगाया. दक्षिणी न्यूयॉर्क जिले के अमेरिकी अटॉर्नी मैथ्यू जी. ऑलसेन ने कहा कि निखिल गुप्ता (52) के खिलाफ हत्या के लिए सुपारी देने का आरोप लगाया गया है, जिसमें अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है. उन्होंने कहा कि साथ ही गुप्ता पर सुपारी देकर हत्या की साजिश रचने का भी आरोप है, जिसमें भी अधिकतम 10 साल जेल की सजा का प्रावधान है.
भारत ने एक जांच दल गठित किया
इधर, भारत ने अमेरिकी धरती पर एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रचने के आरोपी व्यक्ति के साथ एक भारतीय अधिकारी को अमेरिका द्वारा जोड़े जाने को बृहस्पतिवार को ‘चिंता का विषय’ बताया. विदेश मंत्रालय ने कहा कि आरोपों की जांच के लिए गठित समिति के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. सिख अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश से जुड़े आरोपों की जांच के लिए भारत ने एक जांच दल गठित किया है. ऐसा माना जाता है कि पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की नागरिकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, “अमेरिका की एक अदालत में एक व्यक्ति के खिलाफ दायर मामला चिंता का विषय है, जिसमें कथित रूप से उसका संबंध एक भारतीय अधिकारी से बताया गया है.”
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