BJP सांसद का आरोप, ‘TMC नेता महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए ली रिश्वत’
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) पर कैश-गिफ्ट लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया है. टीएमसी सांसद पर आरोप लगा है कि उन्होंने अदाणी ग्रुप को निशाना बनाने के लिए पैसे लेकर सवाल पूछे हैं. झारखंड से बीजेपी के सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि महुआ ने कैश-गिफ्ट के लिए संसद में सवाल पूछे थे. बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेकर ये सवाल पूछे गए थे. महुआ ने अदाणी ग्रुप के खिलाफ सवाल संसद में पूछे और दर्शन हीरानंदानी को लाभ पहुंचाने की कोशिश की.
यह भी पढ़ें
निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष से तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा को तत्काल निलंबित करने की मांग की है. बीजेपी सांसद ने ये शिकायत एडवोकेट जय अनंत देहाद्रीद्वारा उन्हें लिखे गए पत्र के आधार पर दर्ज करवाई है. वहीं इस पूरे मामले पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा है कि वो किसी भी तरह की जांच का स्वागत करती हैं.
BJP MP Nishikant Dubey writes a letter to Lok Sabha Speaker Om Birla demanding to constitute an inquiry committee against TMC MP Mahua Moitra and her ‘immediate suspension’ from the House alleging that ‘bribes were exchanged between her and businessman Darshan Hiranandani to ask… pic.twitter.com/pbqlMgbCvD
— Press Trust of India (@PTI_News) October 15, 2023
महुआ को चुनाव लड़ने के लिए मिले थे 75 लाख
आरोप है कि सवाल पूछने के बदले हीरानंदानी ने महुआ को कैश और गिफ्ट दिए थे. दर्शन ने 2019 का चुनाव लड़ने के लिए महुआ को 75 लाख रुपये दिए थे. दर्शन ने महुआ को महंगे आईफोन भी दिए थे. दर्शन ने महुआ को आबंटित सरकारी आवास की मरम्मत कराई थी. आरोप में ये भी कहा गया है कि महुआ ने दर्शन को अपने लोकसभा अकाउंट का एक्सेस दिया था. सवाल या तो दर्शन ने खुद पोस्ट किए या दर्शन के कहने पर महुआ ने पोस्ट किए थे. 2019 से 2023 के बीच पूछे गए 61 सवालों में से 50 सवाल हीरानंदानी के कहने पर पूछे गए थे.
कैश के बदले सवाल है अपराध
कैश के बदले सवाल IPC 120-A के तहत अपराध है. इसके तहत पहले भी कई सांसदों की सदस्यता गई है. बीजेपी सांसद ने महुआ के खिलाफ जांच कमेटी बनाने की मांग की है. जांच कमेटी की रिपोर्ट आने तक महुआ को सस्पेंड करने की मांग की गई है. निशिकांत दुबे ने एडवोकेट जय अनंत देहाद्री की चिट्ठी के आधार पर ये शिकायत की है.
एडवोकेट जय अनंत देहाद्री ने निशिकांत दुबे को क्या-क्या बताया?
2021 में दर्शन ने महुआ को 2 करोड़ रुपये दिए. 2 करोड़ रुपये इंटरनेशनल मीडिया में अदाणी और पीएम मोदी को निशाना बनाने के लिए दिए गए थे. जुलाई 2019 में दर्शन के पीए ने महुआ के घर अदाणी के खिलाफ डोजियर पहुंचाया. अदाणी पर महुआ के आरोपों की झलक हिंडनबर्ग रिपोर्ट में भी दिखती है. सवाल पीएम मोदी और अदाणी ग्रुप को टारगेट करने के लिए पूछे गए थे. ये सवाल हीरानंदानी के हितों से जुड़े थे.
दर्शन हीरानंदानी कौन हैं?
दर्शन हीरानंदानी रियल एस्टेट के बड़े कारोबारी निरंजन हीरानंदानी के बेटे और रियल एस्टेट बिजनेस हीरानंदानी ग्रुप के होने वाले सीईओ हैं. एनर्जी, शिक्षा और हेल्थकेयर में भी इनके कारोबार हैं.नवंबर 2017: पैराडाइज पेपर में इनके ऊपर आरोप लगे थे. नटीडीवी ने हीरानंदानी से भी इस मुद्दे पर बात किया उनके प्रवक्ता ने कहा है कि ये आरोप गलत हैं. हम कारोबार करते हैं राजनीति नहीं. हम देश की भलाई के लिए सरकार से मिलकर काम करते रहे हैं और करते रहेंगे.
ये भी पढ़ें-