शीतकालीन अवकाश के दौरान न्यायालय की कोई नियमित पीठ उपलब्ध नहीं होगी : CJI

0 15

न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ ने अदालत कक्ष में मौजूद वकीलों से कहा, ‘‘कल से एक जनवरी तक कोई पीठ उपलब्ध नहीं होगी.”  हालांकि, शीर्ष अदालत द्वारा जारी एक अधिसूचना में कहा गया है कि नामित अवकाश अधिकारी से संपर्क कर दो सप्ताह के शीतकालीन अवकाश के दौरान भी किसी अत्यावश्यक मामले को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया जा सकता है.

दो सप्ताह के शीतकालीन अवकाश से पहले शुक्रवार शीर्ष अदालत का अंतिम कार्य दिवस था. इसके बाद न्यायालय का कामकाज दो जनवरी को शुरू होगा.

अदालत की छुट्टियों से संबंधित मामला पहले भी उठाया जा चुका है, लेकिन पूर्व प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण समेत न्यायाधीशों ने कहा था कि लोगों को यह गलतफहमी है कि न्यायाधीशों का जीवन बहुत आरामदायक होता है और वे अपनी छुट्टियों का आनंद उठाते हैं.

न्यायमूर्ति रमण ने रांची में ‘न्यायमूर्ति सत्यब्रत सिन्हा स्मारक व्याख्यान माला’ के उद्घाटन भाषण में जुलाई में कहा था कि न्यायाशीध रात भर जागकर अपने फैसलों के बारे में सोचते रहते हैं.

उन्होंने कहा था, ‘‘लोगों के मन में यह गलत धारणा है कि न्यायाधीशों की जिंदगी बहुत आराम की होती है, वे सुबह 10 बजे से केवल शाम चार बजे तक काम करते हैं और छुट्टियों का आनंद उठाते हैं, लेकिन यह विमर्श असत्य है….”

उन्होंने कहा कि न्यायाधीशों की जिम्मेदारी बहुत ही बड़ी होती है क्योंकि उनके फैसलों का मानव जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है.

इसी प्रकार, दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जयंत नाथ ने पिछले साल नवंबर में कहा था कि लोगों की यह धारणा गलत है कि अदालतें स्कूल की तरह छुट्टियां मनाती हैं.

यह भी पढ़ें –

— “युद्ध की तैयारी कर रहा चीन, हमारी सरकार मान नहीं रही”: तवांग सेक्टर में हुए झड़प पर बोले राहुल गांधी

शहीद सैनिकों के आश्रितों को सरकारी नौकरियों में वरीयता देगी उत्तराखंड सरकार: पुष्कर सिंह धामी

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Featured Video Of The Day

‘पठान’ विवाद के बीच बोलीं TMC सांसद – “BJP लोगों को बता रही है कि क्या खाएं, क्या पहनें, देखें”

Source link

Leave A Reply

Your email address will not be published.