राजनेता-जज और सरकारी कर्मचारी अब ऑनलाइन ले सकेंगे विदेशी मेहमाननवाजी की अनुमति
नई दिल्ली:
राजनेताओं, न्यायाधीशों, विधायकों, सरकारी सेवकों और कर्मचारियों द्वारा अपनी विदेश यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार के विदेशी आतिथ्य को स्वीकार करने की अनुमति लेने की प्रक्रिया को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा ऑनलाइन कर दिया गया है. गृह मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी एक आदेश में कहा गया है कि इस खंड को विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम ऑनलाइन सेवाओं में शामिल किया गया है, जहां विदेशी आतिथ्य स्वीकार करने के लिए एफसीआरए, 2010 के तहत दी गई अनुमति को प्रशासनिक मंजूरी के बराबर नहीं माना जाना चाहिए संबंधित मंत्रालय या विभाग में सक्षम प्राधिकारी से प्राप्त करना होता है.
यह भी पढ़ें
विधायिका का कोई भी सदस्य या किसी राजनीतिक दल का पदाधिकारी या न्यायाधीश या सरकारी सेवक या किसी निगम या सरकार के स्वामित्व या नियंत्रण वाले किसी अन्य निकाय का कर्मचारी, भारत के बाहर किसी भी देश या क्षेत्र का दौरा करते समय केंद्र सरकार की पूर्व अनुमति के बिना कोई भी विदेशी आतिथ्य स्वीकार नहीं करेगा. ऐसा कोई भी व्यक्ति जो विदेशी आतिथ्य प्राप्त करना चाहता है, उसे प्रस्तावित यात्रा से कम से कम दो सप्ताह पहले ऐसे विदेशी आतिथ्य को स्वीकार करने की पूर्व अनुमति के लिए ‘फॉर्म एफसी -2’ में इलेक्ट्रॉनिक रूप में केंद्र सरकार को आवेदन करना होगा.
इसमें कहा गया है कि विदेशी आतिथ्य की स्वीकृति के लिए प्रत्येक आवेदन के साथ मेजबान या मेजबान देश से एक निमंत्रण पत्र और संबंधित मंत्रालय या विभाग के मंत्रालय या विभाग द्वारा प्रायोजित यात्राओं के मामले में सरकार की प्रशासनिक मंजूरी के साथ होना चाहिए. विदेशी आतिथ्य के लिए एफसीआरए की मंजूरी जमा करने की आवश्यकता नहीं है, जहां प्रस्तावित विदेश यात्रा पर पूरा खर्च केंद्र, राज्य सरकार या किसी केंद्रीय / राज्य सार्वजनिक उपक्रम आदि द्वारा किया जा रहा है.
वेतन, शुल्क या पारिश्रमिक आदि पर असाइनमेंट की स्वीकृति के मामले में किसी एजेंसी या आदेश में सूचीबद्ध संगठन द्वारा दी गई फंडिंग, द्विपक्षीय आदान-प्रदान के तहत भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों द्वारा किए गए दौरे एफसीआरए के लिए निकासी आवेदन जमा करने की आवश्यकता नहीं है.
ये भी पढ़ें:
भारत-इजराइल ने किया सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास, खतरे का साथ में करेंगे मुकाबला
“जबरन धर्म परिवर्तन रोकने के लिए क्या कदम उठा रहे हैं?” सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से मांगा जवाब
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Featured Video Of The Day
ई कॉमर्स वेबसाइट पर फेक रिव्यू पर नकेल, उपभोक्ता मामलों के विभाग ने जारी किए नए मानक