’60 परसेंट आतंकवादी पाकिस्तानी…’, जब सेना प्रमुख ने खोल दिया PAK का कच्चा चिट्ठा

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सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर स्थिति संवेदनशील लेकिन स्थिर है. जनरल द्विवेदी ने सेना दिवस से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र में थोड़ा बहुत गतिरोध अभी भी बना हुआ है और भारतीय एवं चीन की सेनाओं के बीच विश्वास बहाली के लिए प्रयास किए जाने की जरूरत है. साथ ही सेना प्रमुख ने पाकिस्‍तान का कच्‍चा चिट्ठा खोलते हुए कहा कि घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं और पाकिस्तान की तरफ आतंकी ढांचा बरकरार है. पिछले साल मारे गए 60 प्रतिशत आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे.

सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने कहा कि देपसांग और डेमचोक में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और जानवरों की चराई शुरू हो गई है, जो दो टकराव वाले क्षेत्र थे और जहां से दोनों पक्ष अक्टूबर में पीछे हट गए थे, उन्होंने कहा कि हमारी तैनाती संतुलित और ठोस है और हम किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं.

सेना प्रमुख ने एलएसी की समग्र स्थिति पर कहा, ‘हम सीमा बुनियादी ढांचे और क्षमता विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं.’ जम्मू कश्मीर की स्थिति पर उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम समझौता कायम है. साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं और पाकिस्तान की तरफ आतंकी ढांचा बरकरार है. उन्होंने कहा कि पिछले साल मारे गए 60 प्रतिशत आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे.

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मणिपुर के बारे में सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने कहा कि सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों और सरकार की सक्रिय पहलों से राज्य में स्थिति नियंत्रण में आ गई है. हालांकि, सेना प्रमुख ने कहा कि मणिपुर में हिंसा की घटनाएं जारी हैं और सशस्त्र बल क्षेत्र में शांति लाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि म्यांमा में स्थिति के किसी भी प्रभाव की आशंका से निपटने के लिए भारत-म्यांमा सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है.

 

  1. 60 प्रतिशत आतंकवादी पाकिस्तानी: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी (Army Chief General Upendra Dwivedi) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि मेरा मिशन है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मजबूत आधार स्तम्भ के लिए भारतीय सेना को आत्मनिर्भर फ्यूचर रेडी फोर्स के रूप में तैयार करना. भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने साथ ही कहा कि जम्मू-कश्मीर में मारे गए 60 प्रतिशत आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक थे. 
  2. चीन के साथ सीमा विवाद पर क्या कहा: सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना हर चुनौती का सामना करने के लिये तैयार है. एलएसी पर हालात स्टेबल और संवेदनशील है. कई लेवल पर मीटिंग हुई है. दोनो पक्ष पीछे आये हैं और दोनो संतुष्ट है. हालांकि कुछ विवादित जगह पर कोई बफर जोन नहीं है. पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और पशुओं को चराना शुरू हो गया है.
  3. चीन के साथ सीमा विवाद कहां तक सुलझा: अप्रैल 2020 के बाद दोनों पक्ष ने ढांचे बनाये हैं. दोनों को मिलकर बात करके फैसला लेना है कि हालात सामान्य है. एलएसी पर सेना की तैनाती दूसरे तरफ की तैनाती पर निर्भर करता है. अभी ठंड में सेना की तैनाती कम करने का कोई प्लान नहीं है. हमारी तैनाती संतुलित और मजबूत है, हम किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं. हम सीमा पर बुनियादी ढांचे और क्षमता विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं
  4. मणिपुर पर सेना प्रमुख ने क्या कुछ बताया: सेना प्रमुख ने मणिपुर पर बोलते हुए कहा कि वहां भी सारे पक्षों में सामंजस्य बना हुआ है. कही कोई कोऑर्डिनेशन की कमी नहीं है. सुरक्षा बलों के समन्वित प्रयासों और सरकार की सक्रिय पहल से मणिपुर में स्थिति नियंत्रण में आ गई है. हिंसा की घटनाएं जारी हैं और हम क्षेत्र में शांति लाने का प्रयास कर रहे हैं.
  5. कश्मीर में हिसा का एपिक सेन्टर पाकिस्तान: सेना प्रमुख ने कहा कि कश्मीर में हिसा का एपिक सेन्टर पाकिस्तान है. हिंसा का स्तर कम हुआ है. लोकल शांति के पक्ष में है. जम्मू कश्मीर में कुल मिलाकर स्थिति नियंत्रण में है. पाकिस्तान के साथ लगती नियंत्रण रेखा पर संघर्षविराम जारी है लेकिन घुसपैठ की कोशिशें भी लगातार हो रही हैं. पाकिस्तान की तरफ आतंकी बुनियादी ढांचा बरकरार है.
  6. महिला अफसरों की तारीफ में कही ये बात: सेना प्रमुख ने साथ ही कहा कि म्यांमा की स्थिति के किसी भी संभावित प्रभाव से निपटने के लिए भारत-म्यांमा सीमा पर निगरानी बढ़ा दी गई है. पीसी में सेना प्रमुख ने महिला अफसर की तारीफ करते हुए कहा कि महिला बहुत अच्छा काम कर रही है.  हम सेना में मजबूत अफसर चाहते हैं. 
  7. अग्निपथ पर भी बोले सेना प्रमुख: सेना प्रमुख ने अग्निपथ योजना पर कहा कि इसमें जहां कमी है उसे पूरा किया जा रहा है. आप सेना में नाम नमक निशान के लिये आए. सिर्फ पैसे के लिये सिर्फ मत आइए. अगर केवल वेतन के लिए आएंगे तो बाकी टीम से अलग होंगे.
  8. जम्मू-कश्मीर में फिलहाल कैसे हालात: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा, “…पिछले साल मारे गए 60% आतंकवादी पाकिस्तानी मूल के थे. आज की स्थिति में, घाटी और जम्मू क्षेत्र में जो भी आतंकवादी बचे हैं, हमें लगता है कि लगभग 80% या उससे अधिक पाकिस्तानी मूल के हैं… जम्मू-कश्मीर की बात करें तो स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.
  9. डोडा-किश्तवाड़ बेल्ट में आतंकवादी गतिविधियां: नियंत्रण रेखा पर, DGMO के बीच सहमति के बाद फरवरी 2021 से प्रभावी संघर्ष विराम जारी है. हालांकि, आतंकी ढांचा बरकरार है. IB सेक्टर से घुसपैठ की कोशिशें जारी हैं… हाल के महीनों में, उत्तरी कश्मीर और डोडा-किश्तवाड़ बेल्ट में आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि देखी गई है.
  10. बांग्लादेश के मुद्दे पर क्या कहा: भारतीय सेना प्रमख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि हम बांग्लादेश के पड़ोसी है. हम बांग्लादेश चीफ के साथ लगातार सम्पर्क में हैं. मिलिट्री के साथ संबंध ठीक है. 

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