पाकिस्तान को आगे बढ़ना है तो आतंकवाद से निपटना होगा : भारत की दो टूक
नई दिल्ली:
भारत ने आतंकवाद का इस्तेमाल औजार के रूप में करने की पाकिस्तान की नीति को उजागर करते हुए शुक्रवार को कहा कि इस्लामाबाद को दोनों पक्षों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए आतंकवाद के मुद्दे से प्रभावी ढंग से निपटना होगा.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह टिप्पणी पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार के उस बयान के बारे में पूछे जाने पर की, जिसमें उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार को फिर से शुरू करने के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता बताई थी. डार ने कहा कि भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाने के लिए आपसी इच्छाशक्ति की जरूरत है.
डार से भारत के साथ पाकिस्तान के संबंधों के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने संयुक्त रूप से प्रयास किए जाने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि ताली दोनों हाथों से बजती है.
पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह एकतरफा नहीं हो सकता कि हम सब कुछ करेंगे. यदि भारत की ओर से सद्भावना है, तो हम तैयार हैं. लेकिन प्रयास दोनों तरफ से होने चाहिए.”
हालांकि, भारत-पाकिस्तान संबंधों में कुछ सकारात्मक रुख के संकेत मिले थे, जब विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अक्टूबर में इस्लामाबाद की यात्रा की थी.
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