फडणवीस आज लेंगे CM पद की शपथ, शिंदे डिप्टी बनने को तैयार लेकिन रखी शर्त, महाराष्ट्र के सियासत की 10 बातें
बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) की विधायक दल की बैठक में बुधवार को देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) को विधायक दल का नेता चुना गया. चंद्रकांत पाटिल (Chandrakant Patil) और सुधीर मुनगंटीवार ने नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका पंकजा मुंडे ने समर्थन किया. फिर देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे, NCP नेता अजित पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया.
सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने मीडिया से बात की. फडणवीस ने कहा, “हम तीनों नेता एक हैं. एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने मेरे समर्थन का पत्र राज्यपाल को सौंपा है. हम सभी एक हैं. डिप्टी CM और CM सिर्फ तकनीकी पद हैं. मैंने शिंदेजी से कहा कि वे डिप्टी सीएम बनें.”
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनजाने में डिप्टी CM के नाम का ऐलान भी हो गया. मीडिया ने सवाल पूछा कि क्या एकनाथ शिंदे और अजित पवार डिप्टी CM की शपथ लेंगे? इस पर अजित पवार ने कहा, “कोई ले रहा है, या नहीं, ये अलग बात है. इन लोगों का शाम तक तय होगा पर मैं तो कल शपथ ले रहा हूं यह तय है.” इस पर शिंदे ने भी चुटकी ले ली. उन्होंने कहा, “अजित दादा को तो सुबह या शाम शपथ लेने का अनुभव है.”
एकनाथ शिंदे ने कहा, “हमने राजपाल को अपना समर्थन पत्र दे दिया है. गुरुवार को फडणवीस CM पद की शपथ लेंगे. हमने पत्र में इसका समर्थन किया है. इसी तरह ढाई साल पहले फडणवीस ने CM के लिए मेरा नाम प्रस्तावित किया था. हम 5 साल पूरी ताकत के साथ खड़े रहेंगे. महायुति सरकार जनता के लिए काम करेगी.”
महाराष्ट्र में पावर शेयरिंग के लिए 6-1 का फॉर्मूला तय हुआ है. इसका मतलब ये है कि 6 विधायक पर एक मंत्रिपद मिलेगा. इस फॉर्मूले के तहत BJP अपने पास 20 से 22 मंत्री पद रखेगी. एकनाथ शिंदे गुट के पास 12 मंत्रालय होंगे. जबकि अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं. मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर अजित पवार गुट और शिंदे गुट में तकरार देखी गई थी.
अजित पवार की NCP ने नई सरकार में शिंदे गुट के बराबर हिस्सेदारी की मांग की है. NCP नेता छगन भुजबल ने कहा भी है कि हमारा स्ट्राइक रेट बेहतर है. इसलिए मंत्रिपद भी उसी हिसाब से मिलने चाहिए. वहीं, शिंदे गुट ने अर्बन, फाइनेंस और होम मिनिस्ट्री मांगी है. जबकि NCP ने भी इन्हीं मंत्रालयों की मांग की है.
बताया जा रहा है कि महायुति की तीनों पार्टियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा भी हो गया है. गृह मंत्रालय बीजेपी के पास ही रहेगा. BJP गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है. पार्टी ने शिवसेना शिंदे गुट को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है. वहीं, NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना से एकनाथ शिंदे, दीपक केसरकर, उदय सामंथा, शम्भुराज देसाई शपथ ले सकते हैं. BJP की तरफ से देवेंद्र फडणवीस (CM) की शपथ लेंगे. इसके साथ चन्द्रशेखर बावनकुले, चंद्रकांत पाटिल, पंकजा मुंडे, गिरीश महाजन, आशीष शेलार शपथ ले सकते हैं. NCP की तरफ से अजित पवार, धनंजय मुंडे, छगन भुजबल, हसन मुश्रीफ, दिलीप वाल्से पाटिल और अदिति तटकरे शपथ ले सकते हैं.
देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर दक्षिण-पश्चिम से चुनाव लड़ा था. उन्हें 1.29 लाख वोट मिले थे. फडणवीस ने कांग्रेस के प्रफुल गुडाधे को 39,710 वोटों के मार्जिन से हराया था. गुडाधे को मात्र 89 हजार वोट मिले थे. एकनाथ शिंदे ने कोपरी-पचपखड़ी सीट से चुनाव लड़ा था. उनका मुकाबला अपने राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे (उद्धव ठाकरे गुट) से था. शिंदे ने 1, 20 717 वोटों के मार्जिन से केदार दिघे को हरा दिया. शिंदे को 1.59 लाख वोट मिले हैं. दिघे को 38 हजार वोट मिले. अजित पवार ने बारामती से चुनाव लड़ा. उनके खिलाफ उनके भतीजे युगेंद्र पवार खड़े थे. अजित पवार ने अपने भतीजे को 1 लाख 899 वोटों से हरा दिया.
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को चुनाव हुए. 23 नवंबर को रिजल्ट आया. BJP+ यानी महायुति को 230 सीटों पर जीत हासिल हुई. अकेले BJP ने 132 सीटें जीतीं. शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने 57 और NCP (अजित पवार) ने 41 सीटें मिलीं. जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी ने सिर्फ 46 सीटें जीती हैं. कांग्रेस के हाथ में 16 सीटें आईं. 10 सीटें शरद पवार गुट को मिलीं. उद्धव ठाकरे गुट के हिस्से में 20 सीटें आई हैं.