BJP के ‘बटेंगे तो कटेंगे’ की काट के तौर पर सपा ने दिया ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’, क्या यूपी में बदलेगा सियासी समीकरण, समझिए…
समाजवादी पार्टी ने चुनाव से पहले दिया नारा, लखनऊ में लगाए गए पोस्टर
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश में उप-चुनाव को लेकर तमाम राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को आखिरी रूप देने में लगे हैं. इस चुनाव में अलग-अलग पार्टियां मतदाताओं तक पहुंचने के लिए नारों का भी जमकर सहारा ले रहे हैं. पहले जहां भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बटेंगे तो कटेंगे का नारा दिया था वहीं अब इस क्रम में समाजवादी पार्टी भी शामिल होती दिख रही है. सपा ने बीजेपी के ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ के नारे के जवाब के तौर पर ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ का नारा दिया है. पार्टी ने लखनऊ में ‘जुड़ेंगे तो जीतेंगे’ के नारे वाले कई पोस्टर भी लगवाए हैं.
2019 लोकसभा | 2024 लोकसभा | अंतर | |
यादव | 24% | 15% | -9% |
कोइरी-कुर्मी | 80% | 61% | -19% |
अन्य ओबीसी | 74% | 59% | -15% |
जाटव | 17% | 24% | +7% |
अन्य एससी | 49% | 29% | -20 % |
(सोर्स- CSDC लोकनीति)
बीजेपी ने सपा को दिया जवाब
सपा के जुटेंगे तो जीतेंगे के नारे के जवाब में बीजेपी ने कहा कि जो हमेशा बांटने का प्रयास करते रहे हैं, आज जोड़ने के बात कर रहे हैं. सीएम योगी ने जब बंटोगे तो कटोगे का नारा का क्या दिया तो अब सब जोड़ने की बात कर रहे हैं. अगर आपको जोड़ना है तो आपको सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर काम करना होगा और सबको साथ लेकर चलना होगा. सिर्फ दिखावे के लिए पोस्टर लगा देने से ये नहीं होने वाला है.
कुछ दिन पहले बीजेपी ने दिया था बटेंगे तो कंटेगे का नारा
“बंटेगें तो कटेंगे…”, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का ये नारा हरियाणा चुनाव में भी पार्टी के लिए वरदान साबित हुआ था. पीएम नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र के एक कार्यक्रम में इसका समर्थन भी किया था. अब तो RSS भी इस मुद्दे पर साथ दिख रहा है. आपको बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 अगस्त को पहली बार इस नारे का इस्तेमाल किया था. उन्होंने उस दौरान ये नारा बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के संदर्भ में दिया था. हालांकि, अब इस चुनावी माहौल में ये नारा बीजेपी का बीज मंत्र सा बन गया है. इस नारे की पहली परीक्षा यूपी के उप चुनाव से लेकर महाराष्ट्र और झारखंड के चुनाव में होने वाली है. इन चुनावों के परिणाम आने के बाद ही ये और साफ हो पाएगा कि बीजेपी को इस नारे का इन राज्यों के चुनाव में भी कितना फायदा पहुंचा है.
उपचुनाव में सभी 9 सीटों पर लडे़गी सपा
सपा (SP) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ऐलान किया था कि अब उनकी पार्टी यूपी की सभी 9 सीटों पर उपचुनाव लड़ेगी. पहले उन्होंने दो सीटें कांग्रेस (Congress) के लिए छोड़ दी थी, लेकिन कांग्रेस और ज्यादा सीटें चाहती थी. यूपी की सभी नौ सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होंगे और नतीजे 23 नवंबर को आएंगे. नामांकन की आखिरी तारीख में दो दिन से भी कम समय बचा है. 25 अक्टूबर आखिरी तारीख है. समाजवादी पार्टी ने नौ में से छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. अब बाकी की तीन सीटों पर भी जल्द ऐलान हो सकता है.