Diwali Puja Muhurt: कहां पर दिवाली की पूजा का क्या है शुभ मुहूर्त, जानिए दिल्ली, नोएडा, मुंबई-पुणे वगैरह की टाइमिंग

0 8

Diwali 2024: साल के सबसे बड़े त्योहार में से एक है दिवाली. प्रतिवर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाई जाती है. इस साल 31 अक्टूबर, गुरुवार के दिन दिवाली मनाई जा रही है. दिवाली पर सभी दीप जलाते हैं, घर को सजाते हैं, मिठाइयां और पकवान बनाते हैं और घर में दिवाली की पूजा (Diwali Puja) करते हैं. दिवाली पर पूरे मनोभाव से मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का पूजन किया जाता है. माना जाता है कि दिवाली की पूजा संपन्न करने पर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश का आशीर्वाद घर-परिवार को मिलता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. ऐसे में दिवाली पर लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Puja) का कौनसा समय शुभ है और शहरों के हिसाब से अलग-अलग शुभ मुहूर्त कौनसे बन रहे हैं जानें यहां. 

Chhoti Diwali 2024: छोटी दिवाली पर कितने दीये जलाने का है विशेष महत्व, जानें यहां

दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त | Diwali Puja Shubh Muhurt 

दिवाली के दिन प्रदोष काल में पूजा संपन्न की जाती है. इस साल पंचांग के अनुसार, दिवाली की अमावस्या तिथि की शुरूआत 31 अक्टूबर दोपहर 3 बजकर 52 मिनट पर शुरू हो रही है और इस तिथि का समापन 1 नवंबर की शाम हो जाएगा. ऐसे में लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 36 मिनट से रात 8 बजकर 11 मिनट तक रहेगा. वृषभ लग्न शाम 6 बजकर 25 मिनट से रात 8 बजकर 15 मिनट तक है. पूजा का एक और शुभ मुहूर्त महानिशीथ काल में 31 अक्टूबर की ही रात 11 बजकर 39 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगा. इन शुभ मुहूर्त में सभी पूजा कर सकते हैं. इसके अलावा शहरों के हिसाब से जो शुभ मुहूर्त बन रहे हैं उनमें दिवाली पूजा की जा सकती है. 

दिल्ली एनसीआर- शाम 6:57 बजे से 8:36 बजे तक 
अहमदाबाद – शाम 6:52 से 8:35 बजे तक 
मुंबई – शाम 6:57 बजे से 8:36 बजे तक 
चेन्नई – शाम 5:42 बजे से 6:16 बजे तक
चंडीगढ़ – शाम 5:35 बजे से 6:16 बजे तक 
हैदराबाद – शाम 5:44 बजे से 6:16 बजे तक 
कोलकाता – शाम 5:45 बजे से 6:16 बजे तक 
पुणे – शाम 6:54 बजे से 8:33 बजे तक 
बेंग्लुरू – शाम 6:47 बजे से 8:21 बजे तक

दिवाली के शुभ अवसर पर पूजा संपन्न करने के साथ ही घर को सजाना, रंगोली बनाना, दीये लगाना और फूलों और लाइट वाली लड़ियां टांगना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन घर की अच्छे से सफाई की जाती है. पकवान बनाए जाते हैं. घर में पूजा करने के बाद पड़ोसियों और दोस्तों को प्रसाद व उपहार भी दिए जाते हैं. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)



Source link

Leave A Reply

Your email address will not be published.