भारत जोड़ो न्याय यात्रा : कांग्रेस ने क्यों बदला राहुल गांधी के दूसरे मार्च का नाम?
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि उन्होंने पिछले साल की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ से उत्पन्न प्रभाव को फिर से बनाने के लिए “जोड़ो” शब्द जोड़ने का फैसला किया है.
जयराम रमेश ने कहा, “राहुल गांधी की यात्रा का विचार न्याय है. इसका उद्देश्य भारत के लोगों के लिए राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना है.”
कांग्रेस ने कहा था कि दक्षिण से उत्तर तक के भारत भ्रमण की भारत जोड़ो यात्रा, जो कि कन्याकुमारी से श्रीनगर तक की थी, ने काफी सद्भावना पैदा की है. कांग्रेस के नेताओं ने निजी तौर पर स्वीकार किया कि इस यात्रा ने राहुल गांधी के प्रति कई लोगों का नजरिया बदल दिया. लोगों में उनकी छवि एक गर्मजोशी वाले गंभीर राजनीतिज्ञ के रूप में बनी.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे इंफाल से शुरू होगी. यह मध्य भारत पहुंचने से पहले मणिपुर, नागालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय से होकर गुजरेगी और बंगाल जाएगी.
हालांकि पिछली बार के विपरीत यह यात्रा पूरी तरह से पदयात्रा नहीं होगी. जयराम रमेश ने आज दोपहर में संवाददाताओं से कहा, यात्रा के कुछ हिस्सों के लिए पार्टी बसों का उपयोग करेगी.
यह बदलाव जितना आम चुनाव के करीब आने से समय की कमी के कारण हुआ है उतना ही पार्टी के बुजुर्ग नेताओं की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के कारण भी हुआ है. पिछले साल कई नेता बेहद फिट राहुल गांधी के साथ कड़ी मेहनत करने के कारण सुर्खियों में आए थे.
जयराम रमेश ने कहा, “हम भारतीय गठबंधन के सभी दलों के नेताओं, उनके समर्थकों, आम जनता और गैर सरकारी संगठनों को यात्रा में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं.”
यह पूछे जाने पर कि क्या अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (जिसके कांग्रेस के साथ संबंध बिगड़ते जा रहे हैं) को आमंत्रित किया जाएगा? रमेश ने कहा कि इंडिया गठबंधन में शामिल सभी पार्टियों को आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी और अरविंद केजरीवाल इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं.”
कांग्रेस ने कहा है कि विपक्षी गठबंधन के सभी मुख्यमंत्री यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए इंफाल में मौजूद रहेंगे.