“सिर्फ संविधान के शिल्पकार ही नहीं…”: बाबा साहेब अंबेडकर की पुण्यतिथि पर PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि (PM Modi Tribute Baba Saheb Ambedkar On Death Anniversary) पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान पीएम मोदी ने और कहा कि वह न सिर्फ संविधान के शिल्पकार थे बल्कि शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले सामाजिक समरसता के अमर पुरोधा भी थे.
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पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘पूज्य बाबासाहेब भारतीय संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता के अमर पुरोधा थे, जिन्होंने शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. आज उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें मेरा सादर नमन.’ बता दें कि बाबासाहेब आंबेडकर का निधन छह दिसंबर 1956 को नई दिल्ली में हुआ था.
पीएम मोदी ने बाबा साहेब को दी श्रद्धांजलि
पूज्य बाबासाहेब भारतीय संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता के अमर पुरोधा थे, जिन्होंने शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। आज उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर उन्हें मेरा सादर नमन।
— Narendra Modi (@narendramodi) December 6, 2023
संसद भवन में संविधान निर्माता को श्रद्धांजलि
पीएम मोदी बबा साहेब को श्रद्धांजलि अर्पित करने संसद भवन पहुंचे थे. इस दौरान उनके साथ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला समेत कई अन्य नेता मौजूद रहे. पीएम मोदी के साथ ही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी बाबा साहेब अंबेडकर के महापरनिर्वाण दिवस पर उनको संसद भवन मे श्रद्धांजलि अर्पित की.
Hon’ble Vice-President, Shri Jagdeep Dhankhar paid floral tributes to Babasaheb Dr. BR Ambedkar on his Mahaparinirvan Diwas at Parliament House today. #BRAmbedkar@rashtrapatibhvn@narendramodi@ombirlakotapic.twitter.com/YzxmbFurxF
— Vice President of India (@VPIndia) December 6, 2023
6 दिसंबर 1956 को हुआ था बाबा साहेब का निधन
बाबा साहेब अंबेडकर का निधन 6 दिसंबर 1956 को दिल्ली में हुआ था. इस दिन को बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण दिवस के तौर पर मनाया जाता है. बाबा साहेब न सिर्फ संविधान निर्माता बल्कि एक फेमस राजनीतिज्ञ और फेमस न्यायविद भी थे. उन्होंने जीवन भर जाति, सामाजिक अन्याय को समाज से मिटाने के लिए काम किया.
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