यमन के हूती विद्रोहियों ने भारत जा रहे जहाज की हाइजैकिंग का कथित वीडियो साझा किया
खास बातें
- हूती विद्रोहियों ने भारत जा रहे जहाज को किया हाइजैक
- जहाज की हाइजैकिंग का वीडियो आया सामने
- चालक दल के 25 सदस्यों को बंधक बनाया
यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा हाइजैक किए गए मालवाहक जहाज “गैलेक्सी लीडर” का एक कथित वीडियो जारी किया गया है. विद्रोहियों, इस बात पर जोर दे रहे हैं कि जहाज इजरायली है. हालांकि इजराइल ने इससे इनकार करते हुए कहा है कि उसके जहाज पर कोई इजराइली नागरिक भी नहीं है. तुर्की से जहाज़ भारत की ओर जा रहा था जब कल उसे हाइजैक कर लिया गया. रोंगटे खड़े कर देने वाली दो मिनट की क्लिप में शिप हाइजैक को दिखाया गया है.
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विद्रोहियों ने जहाज पर की गोलीबारी
विद्रोही एक हेलीकॉप्टर पर आये थे जो जहाज के डेक पर उतरा, जहां कोई नहीं था. फिर नारे लगाते हुए और गोलियां चलाते हुए, वे व्हीलहाउस और नियंत्रण केंद्र पर कब्ज़ा करते हुए, डेक के पार भागते हैं. वीडियो में दिख रहे क्रू के कुछ सदस्य पूअपने हाथ ऊपर करते नजर आ रहे हैं. अन्य विद्रोहियों को जहाज पर गोलीबारी करते हुए भागते हुए देखा जाता है. समाचार एजेंसी एएफपी ने समुद्री सुरक्षा कंपनी अंब्रे और एक यमनी समुद्री स्रोत के हवाले से बताया कि जहाज को फिर से होदेदा प्रांत के यमनी बंदरगाह सलीफ बंदरगाह पर भेज दिया गया है.
हूती के प्रवक्ता ने क्या कहा
हूती के प्रवक्ता मोहम्मद अब्दुल-सलाम ने रविवार को एक्स, पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, जब तक इज़राइल अपने गाजा अभियान को रोक नहीं देता, तब तक और समुद्री हमलों का वादा किया. बहामास-फ्लैग वाला ये जहाज विभिन्न देशों के लगभग 25 चालक दल के सदस्यों को ले जा रहा था. इसका स्वामित्व एक ब्रिटिश कंपनी के पास है, जो इजरायली टाइकून अब्राहम “रामी” उन्गर से जुड़ी है. ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में इज़राइल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने की कसम खाई है. हूती सैन्य अधिकारी मेजर जनरल अली अल-मोशकी ने बताया, “इजरायली जहाज हमारे लिए कहीं भी वैध लक्ष्य हैं…और हम कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेंगे.”
इजराइल ने शिप हाइजैकिंग की निंदा की
इजराइल ने शिप हाइजैकिंग की निंदा की है और ईरान की आलोचना की है. इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय से एक्स पर एक पोस्ट में कहा गया, “इजराइल एक अंतरराष्ट्रीय जहाज के खिलाफ ईरानी हमले की कड़ी निंदा करता है.” इसके अन्य पोस्ट में लिखा है, “यह ईरानी आतंकवाद का एक और कृत्य है और वैश्विक शिपिंग लेन की सुरक्षा के संबंध में अंतरराष्ट्रीय परिणामों के साथ, स्वतंत्र दुनिया के नागरिकों के खिलाफ ईरान की आक्रामकता में बड़ा कदम है.” हालांकि ईरान ने आरोपों को ख़ारिज कर दिया है.
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