गोंडा में 11,000 कन्याओं के पूजन की तैयारी, लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज कराने का लक्ष्य

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गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हाल ही में संसद से पारित हुए महिला आरक्षण विधेयक से प्रेरित होकर प्रशासन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ की इच्छा के अनुरूप पिछड़ी, अति पिछड़ी जातियों, दलित, आदिवासी, वनटांगियां समेत सभी जाति व पंथ की कन्याओं को आमंत्रित करके नवरात्र में उनका पूजन करने का निर्णय लिया और इस समारोह का नाम “शक्ति वंदन“ रखा गया है.

जिलाधिकारी ने दावा किया कि ”यह सिर्फ प्रदेश ही नहीं, बल्कि देश में अब तक का सबसे बड़ा कन्या पूजन समारोह होगा. इस उपलब्धि को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के लिए संबंधित लोगों से सम्पर्क किया गया है.” नेहा शर्मा ने बताया कि ”इससे पूर्व लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में शिवरात्रि महोत्सव के दौरान नौ मार्च 2019 को 1008 कन्याओं का सामूहिक पूजन के कार्यक्रम को रिकार्ड माना गया था. गोंडा प्रशासन इससे बड़ा आयोजन करके नया रिकॉर्ड बनाने की तैयारी पूरी कर चुका है.”

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले के शहीदे आजम सरदार भगत सिंह इंटर कॉलेज के विशाल प्रांगण में 22 अक्टूबर (रविवार) को ‘शक्ति वंदन’ समारोह आयोजित किया जाएगा. कालेज के विशाल परिसर में मेरठ से मंगाए गए जर्मन हैंगर के माध्यम से करीब एक लाख वर्ग फीट एरिया में ‘वाटरप्रूफ’ पंडाल तैयार किया जा रहा है. पूरे पंडाल परिसर को 10 सेक्टर में विभाजित करके दुर्गा के नौ स्वरूपों तथा गणेश के नाम पर उनका नामकरण किया गया है.

नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारी को प्रत्येक सेक्टर का प्रमुख बनाया गया है. प्रत्येक सेक्टर में कन्याओं के बैठने के लिए 10 कतारें होंगी और एक कतार में 110 कन्याओं के बैठने का प्रबंध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारियों को एक-एक पंडाल का प्रभारी बनाकर उनके अधीन कार्यरत शिक्षकों को एक-एक पंक्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई है. जिले भर से कन्याओं को कार्यक्रम स्थल तक लाने व ले जाने के लिए करीब 225 बसों का प्रबंध किया गया है.

लखनऊ में जारी बयान के अनुसार प्रदेश में नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के प्रति समर्पित योगी सरकार मिशन शक्ति के चौथे चरण में एक अनूठी पहल करने जा रही है, जिसके तहत गोंडा जिले में महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रदेश के पहले ”मिशन शक्ति कैफे” की शुरुआत की जा रही है.

बयान में गोंडा की जिलाधिकारी नेहा शर्मा के हवाले से कहा गया कि ” शक्ति वंदन समारोह के साथ ही सरकारी सहायता प्राप्त लाल बहादुर शास्त्री महाविद्यालय से इस मिशन शक्ति कैफे की शुरुआत की जा रही है. यह कैफे स्कूल और कॉलेजों में स्थापित किए जा रहे हैं, जिनका संचालन स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जाएगा. यह प्रदेश का पहला मिशन शक्ति कैफे है जो स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा होने का अवसर देगा। साथ ही छात्र-छात्राओं को पोषक और साफ-स्वच्छ भोजन उपलब्ध कराएगा.”

शर्मा ने कहा कि देश और दुनिया में भारत का मान बढ़ाने वाली देश की महिलाओं को समर्पित एक वॉल (दीवार) तैयार की गई है. इस वॉल में देश की प्रथम नागरिक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रानी दुर्गावती, रानी लक्ष्मीबाई, सरोजिनी नायडू से लेकर सुषमा स्वराज, सानिया मिर्जा, जिमनास्ट दीपा कर्माकर समेत 25 शख्सियतों को स्थान दिया गया है.

नेहा शर्मा ने बताया कि इन महान विभूतियों ने अपनी मेहनत, कौशल, दृढ़ संकल्प और अथक प्रयासों से समाज में कभी न मिटने वाली एक छाप छोड़ी है और आने वाली पीढ़ी भी इनसे प्रेरणा ले, इसलिए यह वॉल तैयार की गई है. शक्ति वंदन समारोह के दौरान ही इसका भी लोकार्पण किया जाएगा.

 

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