इजरायली बंधकों को हमें किसी भी कीमत पर वापस लाना चाहिए : यरूशलम की डिप्टी मेयर ने NDTV से कहा
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि यह उनकी निजी राय है और वह “सरकार के लिए नहीं बोल सकती हैं.”
अनौपचारिक आंकड़ों के अनुसार, गाजा के पास इजरायली कस्बों और गांवों में शनिवार के हमले के बाद हमास ने 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया है, लेकिन लापता लोगों की अभी तक कोई स्पष्ट संख्या नहीं है.
उन्होंने कहा, सरकार ने अब एक हॉटलाइन स्थापित की है और उन परिवारों के साथ समन्वय करने के लिए एक जनरल की प्रतिनियुक्ति की है, जिनके अपनों का का अपहरण कर लिया गया है.
उन्होंने कहा, “हमने घायलों, मृतकों और पकड़े गए लोगों की संख्या को लेकर सदमे में तीन दिन बिताए, जो अभूतपूर्व है. इसलिए पिछले 24 घंटों में इजराइल ने वापस लड़ने का संकल्प लिया है.” उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि युद्ध होगा लंबा खिंचेगा और दुनिया को “अब एक पक्ष चुनना होगा.”
उन्होंने कहा, “हमास ईरान के लंबे हाथ हैं. वह एक नरसंहारक शासक है, जो दुनिया को 500 साल पीछे धकेल देंगे. मेरा मानना है कि इस सबके पीछे ईरान है. वे बड़े कठपुतली मालिक हैं और ऐसा होने का कारण यह है कि इजरायल अरब दुनिया के साथ सामान्य हो रहा है… सऊदी अरब के साथ… और उस समझौते का सबसे बड़ा नुकसान ईरान को है. दुनिया अब उन देशों में विभाजित है जो अपने लोगों के लिए शांति और समृद्धि चाहते हैं और वे देश जो कट्टरवाद और विनाश चाहते हैं… दुनिया को अब एक विकल्प चुनना होगा – आप किसके साथ रहना चाहते हैं.”
ईरान ने शनिवार को हमास के हमले का जश्न मनाने वालों का नेतृत्व किया. इस हमले में कम से कम 1500 बंदूकधारियों ने सीमा पार हमला किया, इजरायल में 900 से अधिक लोग मारे गए. इजरायल ने कहा, उन्होंने एक संगीत समारोह का आनंद ले रहे 200 से अधिक युवाओं की हत्या कर दी और बुजुर्ग महिलाओं, बच्चों और पूरे परिवारों का अपहरण कर लिया, जिन्हें अब बंधक बनाकर रखा गया है.
इजरायल की सरकार ने जवाबी कार्रवाई की है और तब से गाजा पर भीषण हवाई हमले जारी हैं. सीमा के दोनों ओर लगभग 1600 लोग मारे गए हैं.
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