पढ़ने से दूर भागता है आपका बच्चा तो ये टिप्स अपना लें, खुद बैठकर पढ़ने लगेगा
खास बातें
- बच्चों को जब भी पढ़ने बोलो उनके बहाने शुरू हो जाते हैं.
- क्या आपका बच्चा भी पढ़ने से दूर भागता है.
- ये पेरेंटिंग टिप्स आपकी मदद करेंगे.
Ways To Develop Interest In Studies: ये तो आपने अक्सर देखा होगा कि बच्चों को जब भी पढ़ने बोलो उनके बहाने शुरू हो जाते हैं. पढ़ने के समय (how to make child study) ही उन्हें नींद आने लगती है, भूख लगने लगती है, वॉशरूम जाना (how to deal with a child not interested in studies) होता है. अब इन चीजों के लिए उन्हें रोका तो नहीं जा सकता लेकिन कुछ पेरेंटिंग टिप्स जरूर अपनाया जा सकता है. अगर आप इन टिप्स को ध्यान रखें तो आपके बच्चे की नहीं पढ़ने की आदत छूट जाएगी. यहां तक कि वके खुद से बैठकर (how to make child study at home) पढ़ना शुरू कर देंगे. तो चलिए जानते हैं किन बातों का आपको रखना है ख्याल ताकि बच्चों का पढ़ाई में लगने लगे मन.
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मोटिवेशन है जरूरी
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अक्सर मां बाप यह गलती करते हैं कि अपने बच्चे की दूसरे बच्चों से तुलना करते हैं. ये करना छोड़ दें. इससे बच्चे पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और उन्हें लगता है कि हम अच्छा नहीं कर सकते. इसलिए तुला करने की बजाय उन्हें मोटिवेट करें.
पढ़ाई का प्रेशर ना बनाएं
अगर आप बच्चों पर पढ़ाई का ज्यादा प्रेशर बनाएंगे तो यह अच्छा नहीं होगा. इससे उन्हें हर समय पढ़ाई का डर सताता रहेगा जिससे वह उससे दूरी बनाना शुरू कर देंगे. केवल पढ़ाई के समय ही पढ़ाई की बातें करें.
रूटिंग बनाएं
पढ़ाई करने के लिए एक बेहतर रूटीन बनाना बेहद जरूरी है. इससेबच्चों में भी अनुशासन आएगा और वह हर काम समय पर करेंगे. शुरुआत में बच्चों को लंबे समय तक पढ़ने के लिए ना बिठाएं.
ध्यान भटकने वाली चीजे रखें दूर
अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा मन लगाकर पढ़े और पढ़ाई से भागे ना, तो उनके सामने से वो हर चीज हटा दें जो उनका ध्यान भटकाता हो. जैसे फोन को दूर रखें, खिलौने हटा दें.
कमियां निकालना बंद करें
किसी भी बच्चे की कमी निकालने से उनका मन उदास हो जाता है. बच्चों को ऐसा लगने लगता है कि उनमें सिर्फ कमियां है वो कुछ अच्छा नहीं कर सकतें. इसलिए समय-समय पर बच्चों का उत्साह बढ़ाते रहे, उनकी सराहना करते रहें.
(प्रस्तुति – रौशनी सिंह)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.