“मैंने किसी हिन्दू देवी देवताओं का अपमान नहीं किया “, NDTV से बोले दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र गौतम
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोपों के बीच NDTV से खास बातचीत की. उन्होंने इस दौरान कहा कि मैंने किसी हिन्दू देवी देवता का अपमान नहीं किया है. मैं सभी धर्म को मानता हूं. मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि देश में हर दिन बहन बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है. कोई पार्टी नहीं बोलती. देश के पीएम-गृहमंत्री चुप्पी साध लेते हैं. ऊपर से छुआछूत मुक्त भारत, जातिवाद मुक्त भारत बनाने का संकल्प लेकर डॉ. अंबेडकर ने बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी. और अब हर साल हजारों जगह पर करोड़ों लोग दीक्षा लेते हैं और यही प्रतीज्ञा दोहराते हैं.इसी प्रतीज्ञा को भारत सरकार ने भी छपवाया है.
यह भी पढ़ें
गौतम ने आगे कहा कि अब उस दीक्षा को दोहराने पर ही मेरी आलोचना हो रही है. मैं तो साफ करना चाहता हूं कि इस पूरे मामले का आम आदमी पार्टी से कोई लेना देना नहीं है. मिशन जय भीम का आयोजन बुद्धिस्ट सोसाइटी ने किया है आम आदमी पार्टी को तो पता भी नहीं है. अरविंद केजरीवाल को जिस तरह से इसमे घसीटा जा रहा है, उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही है वो सही नहीं. और ये हो इसलिए रहा है क्योंकि भाजपा की जमीन घिसक गई है.
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी की गुजरात के अंदर जमीन खिसक रही है. देश में और गुजरात में लोग बीजेपी से खफा हैं. बीजेपी ने काला धन खत्म करने की बात की थी, महंगाई कम करने की बात की थी, साथ ही लोगों रोजगार देने का वादा भी किया था लेकिन बीजेपी अपना कोई भी वादा पूरा नहीं कर पाई है.
बता दें कि हिंदू देवताओं के कथित अपमान को लेकर विवाद में फंसे अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री राजेंद्र पाल गौतम (Rajendra pal Gautam) ने मामले को लेकर कुछ दिन पहले अपनी सफाई भी दी थी. गौतम ने एक बयान जारी कर कहा था कि मैं धार्मिक व्यक्ति हूं, सभी देवी-देवताओं का सम्मान करता हूं. मैंने किसी की आस्था के प्रति कोई भी शब्द नहीं बोला, मैं सब की आस्था की इज्जत करता हूं. जिनको बीजेपी के दुष्प्रचार के कारण पीड़ा हुई उन सभी लोगों से हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं.’ राजेंद्र पाल गौतम के बयान में कहा गया है.
मीडिया में मैंने देखा कि बीजेपी मेरे बारे में कुछ अफ़वाह फैला रही है. मैं एक बहुत धार्मिक व्यक्ति हूं. मैं व्यक्तिगत रूप से सभी देवी देवताओं का सम्मान करता हूं और कभी सपने में भी नहीं सोच सकता कि अपने किसी कर्म या वचन से देवी-देवताओं का अपमान करूं. मैंने किसी की भी आस्था के प्रति कोई भी शब्द नहीं बोला. मैं सबकी आस्था की इज्जत करता हूं. ”