औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं तुलसी के बीज, डायबिटीज से लेकर पेट की समस्याओं का हैं रामबाण इलाज
Healthy Food: तुलसी के बीजों का इस्तेमाल सिर्फ तुलसी के पौधे उगाने के लिए नहीं होता बल्कि इसमें कई औषधीय गुण भी छिपे हैं जो हमारी सेहत के लिए बेहद लाभकारी होते हैं. तुलसी के बीज तिल के समान दिखते हैं और काले रंग के होते हैं. तुलसी के बीजों (Basil Seeds) का आयुर्वेदिक और चीनी चिकित्सा में उपयोग का एक लंबा इतिहास रहा है. तुलसी के बीजों (Tulsi Seeds) में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं.
तुलसी के बीजों में आयरन, फाइबर और मैग्नीशियम जैसे तत्व होते हैं. ये बीज घुलनशील फाइबर का अच्छा स्त्रोत हैं जो आंत की सेहत, ब्लड शुगर कंट्रोल, गुड कोलेस्ट्रॉल के लेवल और भूख नियंत्रण को बढ़ावा दे सकते हैं. आइए जानते हैं कि तुलसी के ये गुणकारी बीज हमारे शरीर को किस-किस तरह से फायदा पहुंचाते हैं.
तुलसी के बीजों के सेहत पर फायदे | Health Benefits Of Basil Seeds
वेट लॉस में मददगार
तुलसी के बीजों में भूख को नियंत्रित करने की क्षमता होती है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है और कैलोरी काफी कम होती है. ऐसे में इन बीजों को आप अपनी वेट लॉस डाइट में शामिल कर सकते हैं. इन बीजों का सेवन करते हैं तो आपको जल्दी भूख नहीं लगती और इस तरह वजन घटने लगता है.
ब्लड शुगर करे कंट्रोल
टाइप 2 मधुमेह वाले रोगियों के लिए तुलसी के बीज बेहद फायदेमंद होते हैं. पानी में भिगोकर इनका सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) तेजी से घटता है और नियंत्रित रहता है.
रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास
सदियों से तुलसी का इस्तेमाल सर्दी और जुकाम के इलाज के लिए किया जाता रहा है. तुलसी के बीज शरीर को अंदर से मजबूती देते हैं और हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) का विकास करते हैं. आप काढ़े के रूप में इन बीजों का सेवन नियमित रूप से करें तो इम्यून सिस्टम मजबूत होता है.
पेट की सेहत के लिए बेहतरीन
तुलसी के बीज में घुलनशील फाइबर होते हैं जो हमारे पाचन को बेहतर बनाते हैं. आंतों की सेहत के लिए भी ये बीज बेहद फायदेमंद हैं. पाचन से जुड़ी समस्याएं हैं तो इन बीजों को पानी में भिगोकर रख दें और उस पानी को पी जाएं. इससे कब्ज और एसिडिटी की समस्या काफी हद तक दूर हो जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.