नई दिल्ली:
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामलों में वृद्धि के बाद स्वास्थ्य विभाग ने पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया है. यह श्वसन संबंधी वायरस विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और सह-रुग्णताओं वाले व्यक्तियों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. विशेषज्ञों ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए जनता से सावधान रहने की अपील की है और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों का पालन करने की सलाह दी है.
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने, अच्छी स्वच्छता बनाए रखने और संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाने के लिए कहा है. इसके अलावा, वायरस से बचाव के लिए उचित पोषण, पानी का सेवन और लक्षणों की स्थिति में चिकित्सकीय सलाह लेने की भी सलाह दी गई है.
भारत में एचएमपीवी वायरस के 7 मामले
चीन में कहर मचा रहा ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) वायरस अब भारत तक पहुंच गया है. कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु के बाद इस वायरस की अब महाराष्ट्र में भी होने की पुष्टी हुई है. नागपुर में दो बच्चे एचएमपीवी वायरस से संक्रमित मिले हैं, जिससे मंगलवार को देश में अब तक कुल मामलों की संख्या 7 हो गई है.
राज्य सरकारों ने जारी किया अलर्ट
ओडिशा सरकार ने कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में ह्यूमेन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) संक्रमण के मामले आने के बीच मंगलवार को राज्य में सभी चिकित्सा सुविधाओं और प्रयोगशालाओं को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया.
महाराष्ट्र में भी संदिग्ध मरीज
महाराष्ट्र के नागपुर के जिलाधिकारी डॉ. विपिन इटनकर ने जानकारी दी कि दो बच्चे ओपीडी में इलाज के लिए आए थे. इन बच्चों के सैंपल की जांच के दौरान एचएमपीवी संक्रमण का संदेह पाया गया है. इस संदिग्ध संक्रमण की पुष्टि के लिए इन बच्चों के सैंपल पुणे और एम्स की लैब में भेजे गए हैं.
कोरोना की तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश
चीन में फैले एचएमपीवी वायरस को बिहार में मात देने के लिए कोरोना की तर्ज पर इंतजाम किए जाएंगे. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है. स्वास्थ्य विभाग ने केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश के बाद सभी जिलों के जिलाधिकारियों, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य एवं अधीक्षक, सिविल सर्जनों को इस वायरस से बचाव के लिए कोरोना की तर्ज पर ही इंतजाम करने का निर्देश दिया है.
केंद्र ने राज्यों से कहा, श्वसन संबंधी बीमारियों पर रखें नजर
भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामलों में वृद्धि के बीच केंद्र ने मंगलवार को राज्यों से देश में श्वसन संबंधी बीमारियों पर निगरानी की समीक्षा करने को कहा है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने वर्चुअल मोड में राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा, “राज्यों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) निगरानी को मजबूत करना चाहिए और इसकी समीक्षा करनी चाहिए.”
ये आम इंफेक्शन वाला वायरस : एक्सपर्ट
एचएमपीवी को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई की डॉ. पीवीएम लक्ष्मी ने कहा कि ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस को लेकर लोगों में काफी डर है. मगर मैं यही कहूंगी कि इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये आम इंफेक्शन वाला वायरस है.
एचएमपीवी के लक्षण
एचएमपीवी के लक्षण व्यक्ति की उम्र, सामान्य स्वास्थ्य और प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के आधार पर भिन्न हो सकते हैं. हल्के मामलों में आमतौर पर नाक बहना, गले में खराश, खांसी और बुखार जैसे सामान्य सर्दी के लक्षण होते हैं. मध्यम लक्षणों में लगातार खांसी और थकान शामिल हो सकती है, जबकि गंभीर मामलों में श्वसन संबंधी जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं.
HMPV वायरस से बचाव के उपाय
- साबुन से हाथों को बार-बार धोएं
- बिना धुले हाथों से अपनी आंखों, नाक या मुंह को छूने से बचें
- बीमारी के लक्षण वाले लोगों के साथ निकट संपर्क से बचें
- खांसते और छींकते समय मुंह और नाक को ढकें
- बुखार, खांसी और छींक आने पर सार्वजनिक स्थानों से दूर रहें
- खूब पानी पिएं और पौष्टिक भोजन करें
- संक्रमण को कम करने के लिए जगहों पर उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करें
- यदि आप बीमार हैं, तो घर पर रहें और दूसरों से संपर्क सीमित रखें
- बीमार होने पर हाथ मिलाने से बचें, और टिशू पेपर या रुमाल का उपयोग करें