वॉशिंगटन:
भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने 119वीं कांग्रेस (अमेरिकी संसद) के पहले दिन द्विदलीय अंतरधार्मिक प्रार्थना सभा में ‘भगवद् गीता’ का एक श्लोक पढ़ा. द्विदलीय अंतरधार्मिक प्रार्थना सभा का आयोजन तीन जनवरी को हुआ, जिसका उद्देश्य नयी कांग्रेस के आधिकारिक रूप से दो वर्ष के कार्यकाल के लिए गठित होने से पहले ईश्वर से आशीर्वाद लेना था.
कृष्णमूर्ति (51) ने तीन जनवरी को लगातार पांचवीं बार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली. वह इलिनोइस के ‘8वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट’ का प्रतिनिधित्व करते हैं. कृष्णमूर्ति प्रार्थना सभा में हिंदू धर्म का प्रतिनिधित्व करने वाले एकमात्र वक्ता थे, जबकि अन्य वक्ताओं में प्रतिनिधिसभा के स्पीकर माइक जॉनसन और डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता हकीम जेफ्रीज शामिल थे.
कृष्णमूर्ति ने कहा, “वर्षों पहले, हिंदू अमेरिकियों को हमारे देश की राजधानी में प्रार्थना सभाओं में शामिल नहीं किया जाता था.”
उन्होंने कहा, “मैं आभारी हूं कि अब हमारे पास इसमें (प्रार्थना में) शामिल होने का मौका है और मैं रिपब्लिकन पार्टी एवं डेमोक्रेटिक पार्टी के दोनों ही सहयोगियों तक हिंदू धर्म के सुंदर आशीर्वचनों को पहुंचाने में भूमिका निभा सकता हूं. हमने साथ मिलकर शांति एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की और ऐसा करके हम अपने देश के सामने आने वाली सबसे कठिन चुनौतियों से निपटने के लिए बेहतर तरीके से तैयार हैं.” इसके बाद कृष्णमूर्ति ने ‘भगवद् गीता’ का एक श्लोक पढ़ा.
कृष्णमूर्ति, अमेरिका के चार हिंदू सांसदों में से एक हैं। अन्य तीन रो खन्ना, श्री थानेदार और सुहास सुब्रमण्यन हैं.
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