कनाडा में ट्रूडो सरकार के लिए बढ़ा संकट
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो हर बीतते दिन के साथ अपने सांसदों का भरोसा खोते दिख रहे हैं. बीते दिनों जहां ट्रूडो की नीतियों को गलत बताते हुए उनकी सरकार की वित्त मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था वहीं अब और सांसद ने ट्रूडो को पत्र लिखकर उनके प्रति अपना असंतोष व्यक्त किया है. कनाडा के पीएम ट्रूडो को ये पत्र कनाडा में भारतीय मूल के सांसद चंद्रा आर्या ने लिखा है. उन्होंने इस पत्र में लिखा है कि आज जो स्थिति है उसे देखते हुए मैं ये कह सकता हूं कि अब आपको लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में किसी को कॉन्फिडेंस नहीं रहा है. ऐसे में मुझे लगता है कि अब आपको पीछे हट जाना चाहिए.
My letter sent today to Prime Minister Justin Trudeau. pic.twitter.com/VWPtQ6QKdh
— Chandra Arya (@AryaCanada) December 20, 2024
चंद्रा आर्या ने अपने पत्र में आगे लिखा कि मैं आपका लगातार समर्थन करता आया हूं, मैंने आपका उस समय भी समर्थन किया था जब हमारे कुछ साथी आपसे आपका त्यागपत्र मांग रहे थे. इस पत्र में उन्होंने आगे क्रिस्टिया फ्रीलैंड ( पूर्व वित्त मंत्री) के इस्तीफे का भी जिक्र किया है.
क्रिस्टिया फ्रीलैंड की जमकर की तारीफ
चंद्रा आर्या पीएम ने ट्रूडो को लिखे इस पत्र में पूर्व वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड की जमकर तारीफ की है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि क्रिस्टिया फ्रीलैंड के इस्तीफे से मुझे व्यक्तिगत तौर पर बहुत दुख हुआ था. उन्होंने जिस समय इस्तीफा दिया उससे मैं काफी निराश था. मैं राजनीति में उनके काम का काफी सराहना करता हूं. आज जैसे हालात हैं उसमें वो आपकी जगह एक नए कुशल नेतृत्व के लिए एक मजबूत विकल्प के तौर पर उभरी हैं. मुझे लगता है कि हम उनके नेतृत्व में इस लेगेसी को और आगे बढ़ा सकते हैं.
ट्रूडो के खालिस्तान प्रेम पर भी जता चुके हैं चिंता
ये कोई पहला मौका नहीं है जब कनाडा के सांसद चंद्रा आर्या ने ट्रूडो सरकार और खुद पीएम ट्रूडो पर निशाना साधा हो. इसी साल अक्टूबर में चंद्रा आर्या ने ट्रूडो पन्नू और खालिस्तानी समर्थकों की धमकी की वहज से कनाडा में रह रहे हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी. उन्होंने उस दौरान कहा था कि मैंने हाल ही में हुए घटनाक्रमों के बारे में कनाडा में रह रहे हिंदुओं की चिंताओं को सुना है. एक हिंदू सांसद के रूप में मैं खुद ऐसी चिंताओं का प्रत्यक्ष अनुभव भी कर रहा हूं. उन्होंने आगे कहा था कि मैं ये स्पष्ट कर दूं कि कनाडा के भीतर किसी भी रूप में विदेशी ताकतों द्वारा की गई कोई भी कार्रवाई या भागीदारी अस्वीकार्य है. कनाडाई होने के नाते हम नहीं चाहते कि कनाडा अन्य देशों के घरेली मामलों में हस्तक्षेप करे.खालिस्तानी उग्रवाद एक कनाडाई समस्या है औऱ इसे हल करना हमारी सरकार औऱ हमारी एजेंसियों का काम है.