याद रखना… जिसने पत्थरबाजी की होगी…नहीं बचेगा, संभल हिंसा पर विधानसभा में योगी आदित्यनाथ


नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश विधानसभा (Uttar Pradesh Assembly) के शीतकालीन सत्र के पहले दिन जमकर हंगामा देखने को मिला. हंगामे के बाद संभल हिंसा पर बयान देते हुए योगी आदित्यनाथ ने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा. साथ ही उन्होंने कहा कि संभल में माहौल ख़राब किया गया. संभल में दंगों का इतिहास 1947 से है. 1948, 1958, 1962, 1978 में दंगे हुए. 1978 में 184 हिंदुओं को दंगे में ज़िंदा जला दिया गया. विपक्ष इस सच को स्वीकार नहीं करेगा. 1980 में फिर दंगा हुआ. 1986,1990, 1992, 1996 में फिर दंगा हुआ. उन्होंने कहा कि जिन्होंने भी  पत्थरबाजी की वो नहीं बचेगा. साथ ही उन्होंने दावा किया कि बिना साक्ष्य के किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हो रही है.

यूपी में दंगों में कमी आयी है: योगी आदित्यनाथ
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि 2017 से अब तक यूपी में सांप्रदायिक दंगों में 95 फीसदी की कमी आई है. यूपी में 2017 से अब तक दंगे नहीं हुए हैं. सपा शासन में 192 लोगों की मौत दंगों में हुई थी. जय श्री राम कहां से सांप्रदायिक नारा हो गया? हम अपने संबोधन में राम राम बोलते हैं. जय श्री राम किसी ने बोल दिया तो क्या हुआ? ये चिढ़ाने के लिए नहीं बोला गया.

विपक्ष सच पर पर्दा डाल रहा है: सीएम योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संभल के शेख़ और पठान बोल रहे हैं कि वो कभी हिंदू थे. विपक्ष सच पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है. सत्य को छुपाया नहीं जा सकता. सत्य सामने आयेगा. बाबरनामा कहता है कि मंदिर को तोड़कर मस्ज़िद बनाया गया. विष्णु का दसवां अवतार संभल में होगा. ये तो केवल सर्वे की बात थी. सर्वे 19 और 21 नवंबर को भी हुआ था. 23 नवंबर को जुमे की नमाज़ के दौरान जो तकरीरें दी गईं, उससे माहौल खराब हुआ. 

ये भी पढ़ें-:

संभल में 46 साल से ‘कैद’ मंदिर के कुएं की खुदाई में मिलीं गणेश, लक्ष्मी और पार्वती की मूर्तियां, जानें हर अपडेट



Source link

  उत्तर प्रदेशChief Minister Yogi AdityanathSamajwadi PartySambhal Violenceuttar pradeshUttar Pradesh Assemblyउत्तर प्रदेश विधानसभामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथसंभल हिंसासमाजवादी पार्टी