रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका की नीति में बड़ा बदलाव हो सकता है. ट्रंप ने कहा कि मैं रूस में सैकड़ों मील दूर तक मिसाइलें भेजने से बेहद असहमत हूं.
- अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टाइम मैगजीन में प्रकाशित पर्सन ऑफ द ईयर इंटरव्यू में यूक्रेन द्वारा अमेरिकी मिसाइलों का उपयोग कर रूस के क्षेत्र पर हमले को “पागलपन” करार दिया है. उन्होंने इसे लेकर अपनी कड़ी असहमति जताई और संकेत दिए कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर अमेरिका की नीति में बड़ा बदलाव हो सकता है. ट्रंप ने कहा कि मैं रूस में सैकड़ों मील दूर तक मिसाइलें भेजने से बेहद असहमत हूं. हम ऐसा क्यों कर रहे हैं? हम इस युद्ध को और बढ़ा रहे हैं और इसे और बदतर बना रहे हैं. ऐसा होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. ट्रंप के इस बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि उनके कार्यकाल में अमेरिका की विदेश नीति में रूसी-यूक्रेनी युद्ध को लेकर नई दिशा देखने को मिल सकती है.
- उड़ानों में विलंब के कारण विमानन कंपनी इंडिगो के सैकड़ों यात्री इस्तांबुल हवाई अड्डे पर फंस गए. विमानन कंपनी ने इस असुविधा के लिए खेद जताया है. हालांकि, प्रभावित उड़ानों का सटीक विवरण तुरंत पता नहीं चल सका. लेकिन कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर 24 घंटे तक की देरी और हवाई अड्डे पर सुविधाओं की कमी के बारे में शिकायत की. प्रभावित यात्रियों में से कई लोगों ने कहा कि वे बृहस्पतिवार से ही फंसे हुए हैं.
- जापान की निजी कंपनी स्पेस वन शनिवार को अपने रॉकेट को लॉन्च करने का प्रयास करेगी. इससे पहले कंपनी का पहला प्रयास एक मध्य-आकाश विस्फोट के कारण असफल रहा था. टोक्यो स्थित स्पेस वन की कायरोस रॉकेट को वाकायामा क्षेत्र में कंपनी के लॉन्च पैड से दूसरी बार प्रक्षेपित किया जाएगा.
- भारत के सुप्रीम कोर्ट के नेस्ले मामले में फैसले के बाद स्विट्जरलैंड ने भारत को ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ (MFN) का दर्जा रद्द कर दिया है. यह दर्जा भारत और स्विट्जरलैंड के बीच डबल टैक्सेशन अवॉइडेंस एग्रीमेंट (DTAA) के तहत प्रदान किया गया था. स्विट्जरलैंड के इस कदम से द्विपक्षीय संधि में बड़ा बदलाव देखा जाएगा. इसका सीधा असर स्विट्जरलैंड में काम कर रही भारतीय कंपनियों और भारत में स्विस निवेश पर पड़ेगा.
- सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद शुक्रवार रात जश्न का माहौल रहा. मुस्लिम विश्राम और प्रार्थना के दिन, लोगों ने आतिशबाजियों के साथ इस ऐतिहासिक पल को मनाया. असद परिवार के आधे सदी से अधिक के क्रूर शासन का अंत रविवार को अचानक हुआ, जब विद्रोही हमले ने देश भर में नियंत्रण स्थापित करते हुए राजधानी पर कब्जा कर लिया.