अदाणी ग्रुप के अधिकारियों पर अमेरिकी न्याय विभाग (DoJ) के अभियोग को ग्लोबल इन्वेस्टर मार्क मोबियस ने फिजूलखर्जी बताया है. मंगलवार को समाचार एजेंसी IANS से बातचीत में मोबियस ने कहा कि ये अभियोग एक फिजूलखर्ची के अलावा कुछ नहीं है और एक बार डॉनल्ड ट्रंप के पदभार ग्रहण करने के बाद, विदेशी व्यवसायों के साथ सरकारी कार्यालयों को जोड़ने वाली ऐसी बेकार की कवायद शायद खत्म हो जाएगी.
मोबियस की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब अमेरिकी न्याय विभाग की स्वतंत्रता और अदाणी ग्रुप के खिलाफ उसके अभियोग के बारे में गंभीर सवाल उठ रहे हैं. सवाल ये भी कि क्या DoJ का इस्तेमाल ‘राजनीति से प्रेरित कार्यों’ के लिए किया जा रहा है!
ट्रंप आएंगे और मामला खत्म!
मार्क मोबियस ने कहा, ‘मेरा अनुमान है कि डॉनल्ड ट्रंप आएंगे और न्याय विभाग को चलाने के लिए जिसे भी वे नियुक्त करेंगे, वो यही कहेगा कि आप लोग कर क्या रहे हो? भारतीय व्यवसायों में अपनी नाक घुसा रहे हो? इतना सारा पैसा एक ऐसे मुकदमे पर खर्च कर रहे हो जो शायद कहीं नहीं जाएगा?’
दुनियाभर के इमर्जिंग मार्केट्स के लिए मोबियस EM अपॉर्च्यूनिटीज फंड चलाने वाले मार्क मोबियस ने आगे कहा कि इस बात की ‘पूरी संभावना’ है कि न्याय विभाग अदाणी मामले की जांच और मुकदमे से दूर हो जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना है कि इसका एक और निहितार्थ ये होगा कि अमेरिका में न्याय विभाग का पुनर्गठन किया जाएगा, साथ ही उसे विदेशी परिस्थितियों में कम से कम और घरेलू मुद्दों में अधिक से अधिक शामिल होने के लिए कहा जाएगा.’
‘सभी को पता है- सब ठीक हो जाएगा’
मोबियस कैपिटल पार्टनर्स के फाउंडर मार्क मोबियस ने कहा कि बहुत से निवेशकों को लगता है कि ठीक है कि अदाणी ग्रुप पर दबाव है, लेकिन अंत में सब ठीक हो जाएगा, उनका कारोबार अच्छा चलता रहेगा और शेयर भी अच्छा प्रदर्शन करता रहेगा.
मार्क मोबियस के अनुसार, बहुत से लोगों को अब ये लगने लगा है कि ट्रंप के सत्ता संभालने के साथ ही, अमेरिका में DoJ की ये स्थिति शायद दूर हो जाएगी. ये तो हो गई एक बात. दूसरी बात ये कि अगर अदाणी ने क्या गलत किया है? अगर उन्होंने कुछ गलत किया है तो उन पर भारत में मुकदमा क्यों नहीं चलाया जा रहा है?
अमेरिका से जुड़े घटनाक्रमों के बावजूद अदाणी पोर्टफोलियो शेयरों के अच्छे प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि अदाणी समूह के पीछे पड़ने वाले हेज फंडों की स्थिति खराब होती दिख रही है.
US-DoJ और अमेरिकी सिक्योरिटीज एंज एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने हाल ही में अदाणी ग्रुप के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ न्यूयॉर्क जिला न्यायालय में एक आरोप पत्र और एक सिविल कम्प्लेंट यानी शिकायत दायर की है। हालांकि अदाणी ग्रुप ने इन आरोपों का जोरदार खंडन किया और इसे ‘निराधार’बताया है. साथ ही कहा कि वो अपने बचाव के लिए कानूनी सहारा लेगा.