नोएडा (उत्तर प्रदेश) :
किसान अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर बड़े आंदोलन (Farmers Agitation) की राह पर हैं. नोएडा के महामाया फ्लाईओवर से किसान अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में आज दिल्ली कूच करेंगे. इसे लेकर नोएडा के दिल्ली से सटे सभी बॉर्डरों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. भारतीय किसान परिषद (Bhartiya Kisan Parishad) के नेता सुखबीर खलीफा ने रविवार को कहा कि किसान नए कृषि कानूनों के तहत मुआवजे और लाभ की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली की ओर कूच करेंगे.
ये हैं किसानों की मांगे :
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पुराने भूमि अधिग्रहण कानून के तहत प्रभावित किसानों को 10% प्लॉट और 64.7% बढ़ा हुआ मुआवजा दिया जाए.
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1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि पर बाजार दर का चार गुना मुआवजा और 20% प्लॉट दिया जाए.
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भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्वास का लाभ दिया जाए.
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हाई पावर कमेटी द्वारा पास किए गए मुद्दों पर सरकारी आदेश जारी किया जाए.
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आबादी क्षेत्र का उचित निस्तारण किया जाना चाहिए.
अन्य किसान संगठन 6 दिसंबर से करेंगे पैदल मार्च
इसके अलावा, किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा सहित अन्य किसान संगठनों ने 6 दिसंबर से दिल्ली की ओर पैदल मार्च शुरू करने की योजना बनाई है.
इससे पहले, किसान मजदूर संघर्ष समिति (केएमएससी) के महासचिव सरवन सिंह पंढेर ने बताया कि शंभू बॉर्डर (पंजाब-हरियाणा सीमा) पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान भी न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी सहित अपनी मांगों को लेकर छह दिसंबर को दिल्ली की ओर मार्च करेंगे.
किसान 26 अक्टूबर को सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और समय पर धान खरीद सहित अपनी कई मांगों पर दबाव डालने के लिए संगरूर जिले के बदरुखा में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए थे. इन विरोध प्रदर्शनों के परिणामस्वरूप पंजाब के फगवाड़ा, संगरूर, मोगा और बटाला क्षेत्रों में नेशनल हाईवे अवरुद्ध हो गए थे.
हरियाणा के कृषि मंत्री ने की आंदोलन की आलोचना
इस बीच हरियाणा के कृषि मंत्री श्यान सिंह राणा ने किसानों के आगामी दिल्ली मार्च की आलोचना की और कहा कि उनके पास वैध मुद्दे नहीं हैं.
राणा ने करनाल में पत्रकारों से कहा, “उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. पिछले किसान आंदोलन में एक मुद्दा था- तीन कृषि कानून. उन तीन कानूनों को बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रद्द कर दिया था और उन्होंने माफी भी मांगी थी. किसानों के आंदोलन से पंजाब को नुकसान हुआ है.”
उन्होंने कहा, “पंजाब से चावल मिल उद्योग बिहार और मध्य प्रदेश चले गए हैं… हम किसी को भी हरियाणा में कानून-व्यवस्था की स्थिति के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे. उन्हें अपने मुख्यमंत्री से बात करनी चाहिए और अपनी समस्याओं का समाधान करना चाहिए.”
किसान आंदोलन के मद्देनजर जारी की एडवायजरी
किसानों के आंदोलन के मद्देनजर गौतमबुद्धनगर से दिल्ली सीमा लगने वाले सभी बॉर्डरों पर बैरियर लगाकर दिल्ली पुलिस और गौतमबुद्ध नगर पुलिस सघन चैकिंग करेगी. गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली बॉर्डर पर लगने वाले मार्गों पर यातायात का
दबाव बढ़ने की स्थिति में डायवर्जन किया जाएगा. नोएडा पुलिस की ओर से जारी एडवायजरी में गौतमबुद्ध नगर से दिल्ली आने-जाने वाले लोगों को यातायात असुविधा से बचने के लिए मेट्रो के प्रयोग की सलाह दी गई है. इसके साथ ही यातायात असुविधा होने पर आप यातायात हेल्पलाइन नंबर 9971009001 पर संपर्क कर सकेंगे.
ट्रैफिक एडवायजरी के मुताबिक, यमुना एक्सप्रेस-वे से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे होकर दिल्ली जाने वाले और सिरसा से परी चौक होकर सूरजपुर जाने वाले मार्ग पर सभी प्रकार के मालवाहक वाहनों का आगमन प्रतिबंधित रहेगा. वाहन चालक असुविधा से बचने के लिए इन वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग कर सकते हैं –
- चिल्ला बॉर्डर से ग्रेटर नोएडा की ओर जाने वाले वाहन सेक्टर 14ए फ्लाईओवर से गोलचक्कर चौक सेक्टर 15 होकर संदीप पेपर मिल चौक, झुण्डपुरा चौक से जा सकेंगे.
- डीएनडी बॉर्डर से दिल्ली जाने वाले वाहन फिल्मसिटी फ्लाईओवर से सेक्टर 18 होकर एलिवेटेड का प्रयोग कर जा सकेंगे.
- कालिंदी बॉर्डर दिल्ली से आने वाले वाहन महामाया फ्लाईओवर से सेक्टर 37 के रास्ते गंतव्य पर पहुंच सकते हैं.
- ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन चरखा गोलचक्कर से कालिंदी कुंज होकर अपनी मंजिल पर जा सकते हैं.
- ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन हाजीपुर अंडरपास से कालिंदी कुंज की ओर तथा सेक्टर 51 से सेक्टर 60 से मॉडल टाउन होकर जा सकेंगे.
- यमुना एक्सप्रेस-वे का प्रयोग कर दिल्ली जाने वाला यातायात जेवर टोल से खुर्जा की ओर उतरकर जहांगीरपुर होकर जा सकेगा.
- पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से उतरकर सिरसा, परीचौक होकर दिल्ली जाने वाला यातायात सिरसा पर न उतरकर दादरी, डासना होकर गंतव्य को जा सकेगा.
- आपातकालीन वाहनों को डायवर्जन के दौरान सुरक्षित गंतव्य की ओर भेजा जाएगा.