अबुजा:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार शाम नाइजीरिया से ब्राजील रवाना हो गए. उन्होंने पश्चिम अफ्रीकी देश की अपनी यात्रा को “सार्थक” बताया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नाइजीरिया की सार्थक यात्रा के बाद ब्राजील के लिए विमान में सवार हुए.”
PM @narendramodi emplanes for Brazil after concluding a productive visit to Nigeria. pic.twitter.com/kWT3Br3C9n
— PMO India (@PMOIndia) November 17, 2024
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू से मुलाकात की. स्टेट हाउस पहुंचने पर पीएम मोदी का 21 तोपों की सलामी के साथ औपचारिक स्वागत किया गया.
दोनों नेताओं के बीच बैठक में पीएम मोदी ने देश में हाल ही में आई बाढ़ से हुए विनाश के लिए राष्ट्रपति टीनुबू को अपनी संवेदना व्यक्त की. राष्ट्रपति टीनुबू ने राहत सामग्री और दवाओं के साथ भारत से समय पर मिली सहायता के लिए प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया. दोनों नेताओं ने भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझेदारी पर प्रकाश डाला और द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के मुद्दों पर चर्चा की. रक्षा और सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर भी बैठक में चर्चा हुई.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति टीनुबू ने आतंकवाद, समुद्री डकैती और कट्टरपंथ से मिलकर लड़ने की अपनी प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की. पीएम मोदी ने नाइजीरिया को कृषि, परिवहन, सस्ती दवा, नवीकरणीय ऊर्जा और डिजिटल परिवर्तन में भारत के अनुभव की पेशकश की. राष्ट्रपति टीनूबू ने भारत द्वारा पेश विकास सहयोग साझेदारी और स्थानीय क्षमता, कौशल और पेशेवर विशेषज्ञता बनाने में इसके सार्थक प्रभाव की सराहना की.
प्रधानमंत्री मोदी ने इकोवास के अध्यक्ष के रूप में नाइजीरिया द्वारा निभाई गई भूमिका और बहुपक्षीय मंचों पर इसके योगदान की सराहना की.
प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया. उन्होंने कहा कि भारतीय समुदाय नाइजीरिया के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है और भारत के लोगों को अपने प्रवासियों की उपलब्धियों पर गर्व है.
नाइजीरिया के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “आज भारत की अनेक कंपनियां नाइजीरिया की पूरी इकोनॉमी को ताकत दे रही हैं. भारतीय कम्युनिटी, नाइजीरिया के विकास के लिए कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है और यह भारत के लोगों की बहुत बड़ी ताकत है. हम दूसरे देश में भले आ जाएं, लेकिन सर्वहित के अपने संस्कार नहीं भूलते.
हमारे लिए पूरा विश्व एक परिवार है. आप लोग भारत की प्रगति से खुश होते हैं और हर भारतीय आपकी प्रगति पर गर्व करता है. मेरा तो सीना गर्व से 56 इंच का हो जाता है.” उन्होंने प्रवासी भारतीयों को अगले साल जनवरी में ओडिशा में हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)