तमिलनाडु में तेलुगू भाषी लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में एक्ट्रेस कस्तूरी शंकर को शनिवार को हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया गया. हिंदू मक्कल काची की बैठक में 50 साल की अभिनेत्री की टिप्पणी पर बीजेपी के तमिलनाडु के राष्ट्रीय सह-प्रभारी डॉ पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने कड़ी आपत्ति जताई और उनसे माफी मांगने को कहा.
बीजेपी नेता ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि उनकी टिप्पणी तमिलनाडु के लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल को बिगाड़ने वाली है और वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत के खिलाफ है.
कस्तूरी शंकर ने 6 नवंबर को ने कहा था कि उन्होंने 3 नवंबर के अपने भाषण से तेलुगु लोगों के सभी संदर्भ वापस ले लिए हैं. उन्होंने कहा कि उनका इरादा “अपने तेलुगु विस्तारित परिवार को चोट पहुंचाने या अपमानित करने का नहीं था.”
सुश्री कस्तूरी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “मैं किसी भी अनजाने में हुई दुर्भावना के लिए खेद व्यक्त करती हूं. सर्वांगीण सौहार्द के हित में मैं 3 नवंबर को दिए गए अपने भाषण में तेलुगु लोगों के सभी संदर्भ वापस लेती हूं.”
उन्होंने लिखा, “मैं दोहराती हूं कि मेरी राय संदर्भ के हिसाब से कुछ खास व्यक्तियों के लिए थी और व्यापक तेलुगु समुदाय के लिए नहीं थी. दुर्भाग्य से इस विवाद ने उस भाषण में उठाए गए मेरे ज़्यादा महत्वपूर्ण बिंदुओं से ध्यान हटा दिया है.”
अभिनेत्री ने यह भी बताया कि उनके भाषण के बाद के कुछ दिनों में उन्हें कई धमकियां मिलीं. उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया, “मेरे एक सम्मानित तेलुगु मित्र ने धैर्यपूर्वक तमिलनाडु और उसके बाहर की पूरी तेलुगु आबादी पर मेरे शब्दों के प्रभाव को समझाया.”
कस्तूरी ने कहा कि वे हमेशा जाति और क्षेत्रीय मतभेदों से ऊपर उठकर जीती हैं और तेलुगु समुदाय से विशेष जुड़ाव पाकर खुद को भाग्यशाली मानती हैं.
उन्होंने कहा, “मैं नायक राजाओं, कट्टाबोमन नायक के गौरवशाली दिनों की प्रशंसा करते हुए और त्यागराज की कृतियों को गाते हुए बड़ी हुई हूं. मैं तेलुगु सिनेमा में अपने फिल्मी करियर को संजोती हूं. तेलुगु लोगों ने मुझे नाम, शोहरत, प्यार और परिवार दिया है.”
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तेलुगु समुदाय के खिलाफ कमेंट करने के मामले में एक्ट्रेस कस्तूरी शंकर गिरफ्तार
तमिलनाडु में तेलुगू भाषी लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में एक्ट्रेस कस्तूरी शंकर को शनिवार को हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया गया. हिंदू मक्कल काची की बैठक में 50 साल की अभिनेत्री की टिप्पणी पर बीजेपी के तमिलनाडु के राष्ट्रीय सह-प्रभारी डॉ पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने कड़ी आपत्ति जताई और उनसे माफी मांगने को कहा.
बीजेपी नेता ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि उनकी टिप्पणी तमिलनाडु के लोगों के बीच सौहार्दपूर्ण माहौल को बिगाड़ने वाली है और वसुधैव कुटुम्बकम के सिद्धांत के खिलाफ है.
कस्तूरी शंकर ने 6 नवंबर को ने कहा था कि उन्होंने 3 नवंबर के अपने भाषण से तेलुगु लोगों के सभी संदर्भ वापस ले लिए हैं. उन्होंने कहा कि उनका इरादा “अपने तेलुगु विस्तारित परिवार को चोट पहुंचाने या अपमानित करने का नहीं था.”
सुश्री कस्तूरी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा था, “मैं किसी भी अनजाने में हुई दुर्भावना के लिए खेद व्यक्त करती हूं. सर्वांगीण सौहार्द के हित में मैं 3 नवंबर को दिए गए अपने भाषण में तेलुगु लोगों के सभी संदर्भ वापस लेती हूं.”
उन्होंने लिखा, “मैं दोहराती हूं कि मेरी राय संदर्भ के हिसाब से कुछ खास व्यक्तियों के लिए थी और व्यापक तेलुगु समुदाय के लिए नहीं थी. दुर्भाग्य से इस विवाद ने उस भाषण में उठाए गए मेरे ज़्यादा महत्वपूर्ण बिंदुओं से ध्यान हटा दिया है.”
अभिनेत्री ने यह भी बताया कि उनके भाषण के बाद के कुछ दिनों में उन्हें कई धमकियां मिलीं. उन्होंने अपनी पोस्ट में बताया, “मेरे एक सम्मानित तेलुगु मित्र ने धैर्यपूर्वक तमिलनाडु और उसके बाहर की पूरी तेलुगु आबादी पर मेरे शब्दों के प्रभाव को समझाया.”
कस्तूरी ने कहा कि वे हमेशा जाति और क्षेत्रीय मतभेदों से ऊपर उठकर जीती हैं और तेलुगु समुदाय से विशेष जुड़ाव पाकर खुद को भाग्यशाली मानती हैं.
उन्होंने कहा, “मैं नायक राजाओं, कट्टाबोमन नायक के गौरवशाली दिनों की प्रशंसा करते हुए और त्यागराज की कृतियों को गाते हुए बड़ी हुई हूं. मैं तेलुगु सिनेमा में अपने फिल्मी करियर को संजोती हूं. तेलुगु लोगों ने मुझे नाम, शोहरत, प्यार और परिवार दिया है.”
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