नई दिल्ली:
दिल्ली के कारोबारियों, शोरूम मालिकों, सर्राफा व्यापारियों वगैरह की रात की नींद इन दिनों गायब हो रही है. जबरन वसूली के लिए इन कारोबारियों के पास आए दिन अलग-अलग गैंग्स के अपराधियों के फोन आते हैं. बीते 300 दिन में दिल्ली में 160 ऐसी कॉल आई हैं, जिनमें जबरन वसूली की मांग की गई. पैसे न देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी जाती है. कई जगहों पर गैंगस्टर्स ने फायरिंग भी की है. NDTV ने अपने प्रोग्राम में इस मामले को प्रमुखता से उठाया था. जिसके बाद दिल्ली पुलिस एक्शन में आई.
आइए जानते हैं दिल्ली में कैसे काम करते हैं ये गैंग? किन इलाकों में एक्टिव हैं ये गैंग? पुलिस ने अब तक की कौन-कौन सी कार्रवाई:-
15 अगस्त तक दिल्ली में रिकॉर्ड हुए जबरन वसूली के 133 केस
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 15 अगस्त तक राजधानी दिल्ली में कुल 133 जबरन वसूली के मामले सामने आए. इससे पहले 2022 में 110 और 2023 में 141 ऐसे मामले सामने आए.
कई इलाकों में हुई छापेमारी
दिल्ली पुलिस ने मंगलवार की रात दिल्ली के कई इलाकों में कई गैंगस्टरों और उनकी मदद करने वालों के ठिकानों पर छापे मारे. द्वारका, नरेला, उत्तर पूर्व दिल्ली, कंझावला और संगम विहार समेत कई इलाकों में दिल्ली पुलिस की टीमों ने दबिश दी. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच और स्थानीय पुलिस की यूनिटों ने काफी सुनियोजित तरीके से कार्रवाई की. इस दौरान कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया. इन सभी से हाल में हुई घटनाओं और जबरन वसूली की कॉल्स को लेकर पूछताछ हो रही है.
कुख्यात शूटर मोगली को हुआ गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस कार्रवाई में गोगी गैंग के एक कुख्यात शूटर मोगली को गिरफ्तार कर लिया. मोगली दिल्ली के कई इलाकों में हिंसक वारदात के लिए ज़िम्मेदार बताया जाता है. हाल ही में पश्चिम दिल्ली के राज मंदिर इलाके में हुई शूटिंग की घटना में वह शामिल रहा है. उसे शाहबाद डेयरी इलाके में हुए एक शूटआउट के बाद गिरफ्तार किया गया था.
हालांकि, गैंगस्टर्स के खिलाफ दिल्ली पुलिस की ये सक्रियता एक दो दिन की नहीं होनी चाहिए. इस मुहीम को अंजाम तक पहुंचाने की जरूरत है, क्योंकि दिल्ली में कारोबारी काफी परेशान हैं. ये व्यापारी अनजान नंबरों से आने वाली कॉल उठाने से डरते हैं. अधिकतर गैंगस्टर फर्ज़ी सिम कार्ड के ज़रिए या VOIP या फिर वॉट्सऐप के ज़रिए फोन करते हैं, ताकि उन्हें पकड़ा न जा सके. कारोबारियों का कहना है कि पुलिस को इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
पुलिस ने की 11 गैंग्स की पहचान
दिल्ली पुलिस ने 11 ऐसे गैंग्स की पहचान की है, जो बीते कई महीने से लगातार जबरन वसूली के लिए कारोबारियों को कॉल करते हैं. दिल्ली और NCR में फायरिंग की कई वारदात में शामिल हैं. इस सिलसिले में अगस्त में दिल्ली पुलिस मुख्यालय में एक बैठक हुई थी, जिसमें दिल्ली के पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा ने इन गैंग्स के सक्रिय होने का मुद्दा उठाया. इस बैठक में दिल्ली के पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के अधिकारी भी शामिल रहे. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ने मकोका (Maharashtra Control of Organised Crime Act)और अन्य सख्त कानूनों के इस्तेमाल से इन गैंग्स पर काबू करने का निर्देश दिया.
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दिल्ली पुलिस ने की इन गैंग्स की पहचान
1. लॉरेंस बिश्नोई-गोल्डी बराड़ गैंग: गुजरात के साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई कनाडा में बैठे अपने भाई अनमोल बिश्नोई और दोस्त गोल्डी बराड़ के जरिए अपनी हरकतों को अंजाम देता है. ये सभी पुलिस के मोस्ट वॉन्टेड अपराधियों की लिस्ट में हैं.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने 2022 में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की थी. बाबा सिद्दीकी की हत्या के पीछे भी इसी गैंग का हाथ है. लॉरेंस गैंग ने ही सलमान खान को जान की धमकी दी है. उनके अपार्टमेंट के बाहर फायरिंग की थी. इस गैंग के करीब 700 शूटर देश-विदेश में फैले हुए हैं.
2. हिमांशु भाऊ गैंग: हिमांशु भाऊ की उम्र 22 साल है. इसपर हत्या, हत्या की कोशिश और आर्म्स एक्ट जैसे 50 से ज़्यादा केस दर्ज हैं. हिमांशु भाऊ अभी स्पेन या पुर्तगाल से अपना गैंग चला रहा है. दिल्ली के तिलक नगर के कार शोरूम में हुई फायरिंग में इसी गैंग का हाथ बताया जाता है. जबकि राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग में हुई हत्या में भी इसी गैंग का हाथ था.
3. कपिल सांगवान उर्फ़ नंदू गैंग: 32 साल का कपिल सांगवान फिलहाल फरार चल रहा है. दिल्ली और हरियाणा पुलिस को उसकी तलाश है. कहा जाता है कि ये ब्रिटेन में रहकर अपना गैंग चला रहा है. INLD नेता नफे सिंह राठी की हत्या में कपिल सांगवान का भाई ज्योति सांगवान इस हत्या के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद है.
4. मंजीत महल गैंग: ये अनूप-बलराज गैंग का मुख्य शूटर रहा है. किशन पहलवान गैंग के कई शूटरों की हत्या में ये शामिल है. 90 के दशक से इसने अपराध की दुनिया में कदम रखा. 2016 में INLD नेता भरत सिंह की हत्या में भी इसका नाम आया. फिलहाल ये तिहाड़ में बंद है.
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5. जितेंद्र गोगी-संपत नेहरा गैंग: ये गैंग 2021 में जितेंद्र मान उर्फ़ गोगी की हत्या के बाद बना. गैंगवॉर के तहत रोहिणी कोर्ट में सरेआम हत्या हुई थी. अब संपत नेहरा इस गैंग का सरगना है. कई नाबालिग और युवा इस गैंग में शामिल है. संपत नेहरा फिलहाल पंजाब की जेल में बंद है.
6. कौशल गैंग: ये बिश्नोई गैंग का जानी दुश्मन है. कौशल चौधरी 2021 में विक्की मिद्दुखेड़ा हत्याकांड में आरोपी रहा है. फिलहाल वह पंजाब की जेल में बंद है.
7. नीरज फरीदपुरिया गैंग: फरीदाबाद में कांग्रेस नेता विकास चौधरी की हत्या में ये वॉन्टेड है. कारोबारियों, आढ़तियों को जबरन वसूली के कॉल करता है. नीरज फरीदपुरिया कौशल गैंग का करीबी कहा जाता है.
8. नीरज बवाना गैंग: सरगना नीरज बवाना तिहाड़ जेल में बंद है. दिल्ली, हरियाणा के कारोबारियों में इसे लेकर दहशत है.
ये कारोबारियों को जबरन वसूली और हत्या की धमकी देता है. 2015 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे गिरफ्तार किया था.
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9. सुनील टिल्लू गैंग: मई 2023 में सुनील मान उर्फ़ टिल्लू ताजपुरिया की तिहाड़ जेल में हत्या हुई थी. प्रतिद्वंदी गोगी गैंग ने उसे तिहाड़ जेल में मारा था. टिल्लू गैंग इसका बदला लेने की ताक में है.
10. हाशिम बाबा गैंग: हाशिम बाबा दिल्ली की जेल में बंद है. ये जीटीबी अस्पताल में हत्या का आरोपी है. उसके खिलाफ हत्या, रेप और हत्या की कोशिश समेत 16 केस दर्ज हैं.
11. इरफान उर्फ़ छेनू गैंग: नाासिर-इरफ़ान उर्फ़ छेनू पहलवान इस गैंग का हेड है. दिल्ली के यमुना पार इलाके में इसने दहशत फैला रखी है. ये जुए और सट्टेबाज़ी के अवैध कारोबार में शामिल है. इसपर कई गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं.
बहरहाल, दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से ये भी कहा गया है कि वो ऐसे नाबालिगों पर भी निगाह रखे, जो इन गैंगस्टर्स से जुड़ गए हैं. उनकी हरकतों पर निगाह रखने के लिए उनके तमाम सोशल मीडिया हैंडल्स को भी खंगालें.
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