नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के किश्तवाड़ में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ (Kishtwar Encounter) के दौरान सेना के एक जेसीओ शहीद (JCO Martyred) हो गए. साथ ही मुठभेड़ में तीन जवान घायल भी हुए हैं. सेना की व्हाइट नाइट कोर ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि जेसीओ नायब सूबेदार राकेश कुमार शनिवार को किश्तवाड़ के भारत रिज में शुरू किए गए संयुक्त आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान शहीद हो गए. अधिकारियों ने बताया कि हाल ही में दो ग्राम रक्षा गार्ड की हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी गई है.
सेना की जम्मू स्थित व्हाइट नाइट कोर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा,, ‘‘व्हाइट नाइट कोर के जीओसी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग) और सभी रैंक के जवान 2 पैरा (एसएफ) के बहादुर नायब सूबेदार राकेश कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करते हैं. सूबेदार राकेश भारत रिज किश्तवाड़ के सामान्य क्षेत्र में शुरू किए गए संयुक्त सीआई (आतंकवाद विरोधी) अभियान का हिस्सा थे. हम दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ हैं.”
#GOC #WhiteknightCorps and all ranks salute the supreme sacrifice of #Braveheart, Nb Sub Rakesh Kumar of 2 Para (SF). Sub Rakesh was part of a joint #CT operation launched in general area of # Bhart Ridge #Kishtwar on 09 Nov 2024.
We stand with bereaved family in this hour of… pic.twitter.com/x9Zw0EnLRX
— White Knight Corps (@Whiteknight_IA) November 10, 2024
3 से 4 आतंकियों के घिरे होने का अनुमान
अधिकारियों ने बताया कि शुरुआती गोलीबारी में जेसीओ सहित सेना के चार जवान घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां तीन की हालत ‘गंभीर’ बताई गई. बाद में जेसीओ शहीद हो गए. नायब सूबेदार राकेश कुमार 2 पैरा (एसएफ) से थे.
उन्होंने बताया कि ऐसा माना जा रहा है कि इलाके में तीन या चार आतंकवादी घिरे हुए हैं. दोनों पक्षों के बीच भारी गोलीबारी जारी है.
तलाशी अभियान के दौरान शुरू हुई मुठभेड़
रविवार को ताजा मुठभेड़ सुबह 11 बजे के करीब उस वक्त शुरू हुई जब सेना और पुलिस के संयुक्त तलाशी दलों ने उस स्थान से कुछ किलोमीटर दूर एक जंगल में आतंकवादियों को रोका, जहां ग्राम रक्षकों नजीर अहमद और कुलदीप कुमार के गोलियों से छलनी शव मिले थे.
आतंकवादियों द्वारा ग्राम रक्षकों के अपहरण और हत्या के बाद गुरुवार शाम को कुंतवाड़ा और केशवान के जंगलों में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया था.