पीएम मोदी ने उत्तराखंड के स्थापना दिवस पर राज्य के लोगों और पर्यटकों से किए 9 आग्रह


नई दिल्ली:

पीएम नरेंद्र मोदी ने (PM Narendra Modi) शनिवार को उत्तराखंड के स्थापना दिवस (Uttarakhand Foundation Day) पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए राज्य के लोगों और पयर्टकों से नौ आग्रह किए. पीएम मोदी ने देहरादून में आयोजित पुलिस रैतिक परेड को एक वीडियो संदेश के माध्यम से संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज (शनिवार) से उत्तराखंड का रजत जयंती वर्ष शुरू हो रहा है और अब हमें उत्तराखंड के उज्जवल भविष्य के लिए अगले 25 वर्ष की यात्रा शुरू करनी है.

बोलियों का संरक्षण करने का आग्रह 

वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ”आज मैं आपसे और उत्तराखंड आने वाले यात्रियों, श्रद्धालुओं से नौ आग्रह करना चाहता हूं. पांच आग्रह उत्तराखंड के लोगों से और चार आग्रह यात्रियों, श्रद्धालुओं से. आपकी बोलियां काफी समृद्ध हैं. गढ़वाली, कुमाऊंनी, जौनसारी..ऐसी बोलियों का संरक्षण बहुत जरूरी है. मेरा पहला आग्रह है कि उत्तराखंड के लोग अपनी आने वाली पीढ़ियों को जरूर यह बोलियां सिखाएं. यह बोलियां उत्तराखंड की पहचान को मजबूत बनाने के लिए भी जरूरी हैं.” 

पर्यावरण की रक्षा करने का आग्रह

पीएम मोदी ने कहा कि, ”देवभूमि के लोग प्रकृति और पर्यावरण के कितने बड़े प्रेमी होते हैं, यह पूरा देश जानता है. उत्तरखंड तो गौरा देवी की भूमि है और यहां हर महिला मां नंदा का रूप है. बहुत आवश्यक है कि हम प्रकृति की रक्षा करें. इसलिए मेरा दूसरा आग्रह है, ‘एक पेड़ मां के नाम’ , हर किसी को इस आंदोलन को आगे बढ़ाना है. आजकल आप देख रहे हैं, देश भर में यह अभियान तेज गति से चल रहा है. उत्तराखंड भी इस दिशा में जितनी तेजी से काम करेगा उतना ही हम क्लाइमेट चेंज की चुनौती से लड़ पाएंगे.” 

नदी-नालों को संरक्षित करने का आग्रह

उन्होंने कहा कि, ”उत्तराखंड में तो नौलों, धारों की पूजा की परंपरा है. आप सभी नदी, नालों का संरक्षण करें. पानी की स्वच्छता को बढ़ाने वाले अभियानों को गति दें. यह मेरा आपसे तीसरा आग्रह है.”

गांवों से रिश्ता बनाए रखने का आग्रह

प्रधानमंत्री ने कहा कि, ”मेरा चौथा आग्रह है अपनी जड़ों से जुड़े रहें. अपने गांव लगातार जाएं. रिटायरमेंट के बाद तो जरूर अपने अपने गांवों में जाएं. वहां से संबंध मजबूत रखें.” 

पुराने घरों को बचाकर उन्हें होमस्टे बनाएं

उन्होंने कहा कि, ”उत्तराखंड के लोगों से मेरा पांचवां आग्रह है, अपने गांव के पुराने घरों, जिन्हें आप तिबरी वाले घर कहते हैं, उन्हें भी बचाएं. इन घरों को भूलें नहीं. इन्हें आप होमस्टे बनाकर अपनी आय बढ़ाने का साधन बना सकते हैं.”

पर्यटकों और श्रद्धालुओं से चार आग्रह

पीएम मोदी ने उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं से हिमालय में एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक से बचने, पहाड़ों में घूमने के दौरान ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत अपनी यात्रा का कम से कम पांच प्रतिशत खर्च स्थानीय उत्पादों को खरीदने में करने, यातायात के नियम अपनाने और तीर्थस्थलों की मर्यादा का पालन करने का आग्रह किया.

पीएम मोदी ने कहा कि, यह सुखद संयोग है कि देश भी 25 वर्षों के लिए अमृत काल में है और वह विकसित भारत के लिए विकसित उत्तराखंड के संकल्प को इसी कालखंड में पूरा होते देखेगा. पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के समय उत्तराखंड बना और बेहद खुशी की बात है कि अब हम सब उत्तराखंड में अपने सपनों को साकार होते देख पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीते डेढ़-दो वर्षों में उत्तराखंड की विकास दर में सवा गुना से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है.

यह भी पढ़ें –

‘भारत के रतन का जाना…’, PM मोदी ने रतन टाटा को कुछ यूं किया याद

PM मोदी ने की जैन आचार्य रत्‍नसुंदरसुरीश्‍वरजी महाराज से मुलाकात, लिया आशीर्वाद, देखें तस्‍वीरें 


Source link

ek ped maa ke naam campaignEnvironmenthomestaysPM Modi's 9 appealsPM Modi's video messagePM Narendra ModiriversTouristsUttarakhandUttarakhand foundation dayUttarakhand languagesUttarakhand residentsUttarakhand silver jubilee yearUttrakhand peoplevillage housesvillagesउत्तराखंडउत्तराखंड का रजत जयंती वर्षउत्तराखंड का स्थापना दिवसउत्तराखंड वासीपर्यटकपर्यावरणपीएम मोदीपीएम मोदी का वीडियो संदेशपीएम मोदी के नौ आग्रहप्रधानमंत्री मोदी