दिल्ली में ठंड से पहले ही प्रदूषण (Delhi Air Pollution) अपने पांव पसार चुका है. पिछले काफी समय से जहरीली हवा लोगों का दम घोंट रही है. स्वस्थ लोगों को भी खांसी, आंखों में जलन जैसी दिक्कतें हो रही हैं. धुंध की परत ने आसमान को इस कदर घेर लिया है कि सांस लेना दूभर होता जा रहा है. दिल्ली लगातार प्रदूषण के टॉप -10 शहरों में बना हुआ है. दिल्ली इसमें खराब हवा के साथ तीसरे नंबर पर है.
दिल्ली का इलाका |
AQI @ 6.00AM |
कौन सा ‘जहर’ |
कितना औसत |
आनंद विहार | 351 | PM2.5 लेवल हाई | 328 |
मुंडका | 347 | PM 2.5 लेवल हाई | 282 |
वजीरपुर | 319 | PM 2.5 लेवल हाई | 296 |
जहांगीरपुरी | 310 | PM 10 लेवल हाई | 297 |
आरके पुरम | 285 | PM 2.5 लेवल हाई | 285 |
ओखला | 274 | PM 2.5 लेवल हाई | 256 |
बवाना | 320 | PM 2.5 लेवल हाई | 320 |
विवेक विहार | 308 | PM 2.5 लेवल हाई | 308 |
नरेला | 312 | PM 2.5 लेवल हाई | 274 |
अशोक विहार | PM 2.5 का लेवल | 248 | |
द्वारका | 267 | PM 2.5 लेवल हाई | 266 |
पंजाबी बाग | 277 | PM 2.5 का लेवल हाई | 277 |
रोहिणी | 286 | PM 10 लेवल हाई | 286 |
30 अक्टूबर को सुबह 5.30 बजे राजधानी का एक्यूआई 271 दर्ज किया गया.वहीं अगर सभी प्रदूषित शहरों की बात की जाए तो दिल्ली इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है.
प्रदूषण के मामले में दिल्ली का आनंद विहार आज भी टॉप पर बना हुआ है. सुबह 5.30 बजे आनंद विहार का AQI 352 दर्ज किया गया, जबकि सुबह 6 बजे ये 351 रहा, जो कि बहुत ही खराब है. मंगलवार को भी हालात कुछ बहुत ज्यादा अच्छे नहीं थे. दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) मंगलवार को सुबह 6.15 बजे 275 दर्ज किया गया था.
अभी और खराब होगी दिल्ली की हवा
सर्दियों के शुरू होते ही दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने लगता है. दिवाली से एक दिन पहले भी प्रदूषण से राहत नहीं है. पटाखों पर बैन होने के बाद भी हर साल हजारों लोग पटाखे चलाते हैं, जिससे हवा और भी खराब हो जाती है. इससे सांस में परेशानी होती है, जिसमें खासतौर पर बच्चे और बूढ़ों को काफी परेशान होना पड़ता है.
आज दिल्ली के अलीपुर की हवा भी बहुत खराब श्रेणी में बनी हुई है. सुबह 6 बजे यहां हवा की गुणवत्ता 302 रही. बुराड़ी में हवा की गुणवत्ता 287 दर्ज की गई.द्वारका में हवा 267 के साथ खराब दर्ज की गई है.
दिल्ली की हवा में ‘जहर’, सांसों का संकट
दिल्ली-एनसीआर की हवा खराब होने की सबसे बड़ी वजह हरियाणा-पंजाब समेत पड़ोसी राज्यों में पराली जलना है. दिवाली से पहले हर साल खेतों में पराली जलाए जाने की वजह से दिल्ली की हवा में जहर खुल जाता है और धुंध की परत आसमान में जम जाती है. कल बड़ी दिवाली है और प्रदूषण का स्तर अब भी सातवें आसमान पर है. हवा जहर लगातार बढ़ता जा रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों की अगर बात करें तो साल 2021 से अब तक अक्टूबर में प्रदूषण के स्तर में लगातार बढ़ोतरी हुई है.