नई दिल्ली :
देश में ट्रेन हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रविवार को एक चलती ट्रेन में आग (Fire in Train) लग गई. इसके कारण यात्रियों में हड़कंप मच गया और कई यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई. यह ट्रेन इंदौर से रतलाम जा रही थी. पश्चिम रेलवे (Western Railway) के रतलाम मंडल ने अपने एक बयान में कहा कि हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है और आग पर काबू पा लिया गया है.
पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल के सीपीआरओ ने बयान में कहा, “रविवार शाम 5:20 पर ट्रेन संख्या 09347 डॉ. अम्बेडकर नगर-रतलाम डेमू ट्रेन में आग लग गई. यह आग रुनिजा और नौगांव के बीच में लगी. घटना के बाद तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया. आग पर काबू पा लिया गया है.”
मध्यप्रदेश में चलती ट्रेन में लगी आग
देश में ट्रेन हादसों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस बार मध्य प्रदेश में रविवार को एक चलती ट्रेन में आग लग गई. इसके कारण यात्रियों में हड़कंप मच गया और कई यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई. #MadhyaPradesh | #Fire pic.twitter.com/5qAXpUceQy
— NDTV India (@ndtvindia) October 27, 2024
फायर ब्रिगेड के पहुंचने का नहीं था रास्ता
डॉ. आम्बेडकर नगर (महू) से इंदौर होते हुए रतलाम आ रही ट्रेन नंबर 09347 डेमू ट्रेन के इंजन में रुनिचा और प्रीतमनगर रेलवे स्टेशन के बीच अचानक आग लग गई. आग लगते ही ड्राइवर ने ट्रेन को रोक दिया. धुआं देखकर पास के डिब्बों में सवार यात्री भी उतर गए और पास के खेतों की तरफ जाने लगे.
घटना की सूचना मिलने के बाद बिलपांक थाना प्रभारी अयूब खान बल के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों की मदद से इंजन में लगी आग को बुझाया गया. वहीं घटना की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड को भी घटनास्थल के लिए रवाना किया गया था, लेकिन फायर ब्रिगेड के पहुंचने का रास्ता ही नहीं मिला.
स्थानीय लोगों के प्रयास से बुझाई गई आग
आग इंजन के नीचे के हिस्से में लगी होने के कारण ट्रेन में मौजूद अग्नि शमन यंत्र भी काम नहीं आए. ड्राइवर और यात्रियों ने मिट्टी डालकर आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका.
कुछ ही देर में पास के खेतों से ग्रामीण आए और अपने खेतों में पानी देने वाले पाइपों को जोड़कर ट्रेन तक लाए और उसके बाद आग को बुझाया गया.
रेलवे प्रशासन के हादसे की जांच के आदेश
जानकारी के अनुसार, हादसे की प्रारंभिक सूचना के करीब 20 मिनट बाद रेलवे के हूटर सुनाई दिए. इसके बाद रतलाम मुख्यालय से राहत टीमें रवाना हुईं. हालांकि राहत टीमों के पहुंचने से पहले ही आग को स्थानीय लोगों की मदद से काबू पा लिया गया था. रेलवे ने इंजन को अलग किया और रतलाम से भेजे गए दूसरे इंजन की मदद से ट्रेन को रवाना किया गया. घटना के कारण ट्रेन करीब 40 से 45 मिनट तक प्रीतमनगर के समीप खड़ी रही.
रेलवे प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ समय में डेमू ट्रेनों में लगातार हादसे हो रहे हैं. अप्रैल 2023 में भी प्रीतम नगर स्टेशन पर ही डेमू में आग लगने से हानि हुई थी.