रेडिट एक बड़ी ऑनलाइन कम्युनिटी है. यूजर्स रेडिट पर अपने एक्सपीरियंस शेयर करने के साथ-साथ एक-दूजे से सलाह भी लेते-देते हैं. रेडिट पर हाल ही में एक महिला ने एक ऐसा एक्सपीरियंस शेयर किया है, जिसे जानने के बाद कोई भी चौंक सकता है. इस महिला ने रेडिट पर एक पोस्ट में लोगों से सजेशन मांगे हैं, खासकर उनसे, जो जर्मनी में रहते हैं. महिला ने अपने पोस्ट में पूछा क्या जर्मनी में यात्रा के दौरान मेरे नाम की वजह से कोई दिक्कत हो सकती है? वहीं, महिला की इस समस्या पर एक अमेरिकी पूरी तरह से शॉक्ड हो गया है.
महिला का नाम क्या है? (What is This Woman’s name?)
महिला ने अपने रेडिट पोस्ट में पूछा, ‘क्या स्वास्तिका नाम के किसी व्यक्ति को जर्मनी में कोई समस्या होगी? (कोई मजाक नहीं, मैं वादा करती हूं). स्वास्तिक हिंदू धर्म में अहम चिन्ह है, अब, मुझे ड्रेसडेन में एक सम्मेलन में भाग लेना है, लेकिन मुझे सचमुच डर लग रहा है कि लोग मुझे फासीवादी या नाजी समझ लेंगे, मुझे यह भी नहीं पता कि मुझे वीजा मिलेगा या नहीं, मेरा नाम बदलना असंभव है, क्योंकि सभी डॉक्यूमेंट को बदलना बहुत मुश्किल है’.
Would someone named Swastika have a problem in Germany? (Not a joke I promise)
byu/venice_bitch_420 ingermany
महिला को ऐसा क्यों लगता है? (Woman’s Name And Germany)
जिन्हें नहीं पता, उन्हें बता दें कि हिंदू धर्म में, स्वास्तिक समृद्धि, सौभाग्य और नई शुरुआत से जुड़ा एक पूजनीय प्रतीक है, लेकिन जर्मनी में इसका अर्थ बिल्कुल उल्टा है. वहां, स्वास्तिक को नाजी पार्टी ने अपनाया गया था, जिसे आर्य और यहूदी-विरोध से जोड़ा गया था. ऐसे में पश्चिमी देशों में इसकी निंदा हुई है. स्वास्तिका ने आगे लिखा, ‘मैंने नहीं सोचा था कि यह कोई बड़ी बात है, लेकिन फिर, मैंने एक अमेरिकी व्यक्ति से बात की और मैंने अपना नाम बताया और वह पूरी तरह से अविश्वास में था.
रेडिट यूजर्स रिएक्शन (Indian woman’s name shocks US man)
अब इस महिला की समस्या पर कई रेडिट यूजर्स उन्हें सलाह के साथ-साथ हौसला भी दे रहे हैं. एक यूजर ने लिखा है, आप एयरपोर्ट पर किसी भी बहस से बचना, मैं वहां सम्मेलन के लोगों से आपके नाम को बदलकर लिखने की बात करूंगा’. एक यूजर लिखता है, ‘इसका आपके वीज़ा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ना चाहिए, बस आप अपने नाम के परिचय एसजे कुछ इस तरह दें, आपकी जर्नी मंगलमय हो.