इंडिया गठबंधन की कल हुई बैठक में ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव गठबंधन के संयोजक प्रधानमंत्री के रूप में पेश किया. क्या इसमें गठबंधन की सदस्य पार्टी जनता दल यूनाईटेड (JDU) की सहमति थी? इसको लेकर जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने कहा कि, मुंबई में जो बैठक हुई इंडिया के घटक दलों की उसमें सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ है कि किसी को भी प्रधानमंत्री के उम्मीदवार को रूप में न प्रोजेक्ट करके सिद्धांतों और 140 करोड़ जनता के चेहरे को प्रस्तुत किया जाएगा.
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त्यागी ने कहा कि, एक दिन पहले ही ममता दीदी अरविंद केजरीवाल से मिलकर दिल्ली के मीडिया के सामने घोषणा करती हैं कि हम किसी को भी प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तुत नहीं करेंगे. उनका वक्तव्य संपूर्ण ‘इंडिया’ का वक्तव्य नहीं है.
उन्होंने कहा कि जहां तक नीतीश (कुमार) जी का प्रश्न है, उन्होंने स्वयं या पार्टी ने प्रस्ताव पारित करके नहीं कहा कि उनको संयोजक बनाया जाए या उनको प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए. वे इंडिया गठबंधन के जन्मदाता हैं. पिछले साल सितंबर में उन्होंने तीसरे मोर्चे की सारी संभावनाओं को खारिज करके इसको पटना में मूल रूप दिया था.
त्यागी ने कहा कि, नीतीश जी ने जातिगत जनगणना करवाकर, उसके आंकड़े प्रकाशित करके गरीबों को दुर्बल वर्गों को आवास देकर वे किसी संयोजक के पद से भी हमारे लिए बड़े हो गए हैं.
नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव कल हुई बैठक से जल्दी निकल गए थे. उनकी नाराजगी को लेकर इस बारे में सवाल पर केसी त्यागी ने कहा कि, न तो वे जल्दी निकले, न वे नाराज थे. ‘इंडिया’ हमारा बच्चा है, हमने इसको जन्म दिया है. हम इससे कैसे नाराज हो सकते हैं. हम तो चाहते हैं कि 20272 का जो मैजिक नंबर है उसको ये पार करें. और भाजपा के मुकाबले एक मजबूत विकल्प तैयार हो. किसी अन्य कारणवश वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं थे.
केसी त्यागी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि भविष्य में हम परस्पर सहयोग और सद्भाव के साथ काम करें. जो फैसले सामूहिक रूप से होने चाहिए उनको एक व्यक्ति या दल के द्वारा प्रचारित या प्रसारित न किया जाए. ममता दीदी के विचारों का सम्मान है लेकिन वे अगर इस विषय में सर्व सम्मति बनाने का प्रयास करतीं, किसी के भी नाम पर, तो ज्यादा बेहतर होता.
प्रस्ताव से तो इंडिया गठबंधन को ठेस पहुंची? सवाल पर त्यागी ने कहा कि, वो प्रस्ताव आया और चला गया. मैं बहुत जिम्मेदारी से कहना चाहता हूं कि 2024 में कोई भी चेहरा हम लोग प्रोजेक्ट नहीं करेंगे. यह मुंबई की बैठक का फैसला है और फैसले किसी व्यक्ति के कहने से और मिनटों में नहीं बदले जाते.