खास बातें
- रेवंत रेड्डी ने सीएम आवास से बैरिकेड हटाने की बात कही थी
- रेवंत रेड्डी के साथ कई अन्य विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली
- रेवंत रेड्डी काफी कम समय में तेलंगाना कांग्रेस के प्रमुख चेहरे बन गए हैं
नई दिल्ली:
कांग्रेस विधायक दल के नेता ए. रेवंत रेड्डी (Revanth Reddy) ने गुरुवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन (Tamilisai Soundararajan) ने रेवंत रेड्डी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. शपथ लेने के तुरंत बाद उन्होंने एक चुनावी वादा पूरा किया. रेड्डी ने चुनाव के दौरान वादा किया था कि जनता के लिए सीएम आवास के सभी दरवाजे खुले रहेंगे. उनके वादे को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय (प्रगति भवन) के सामने लगे लोहे के बैरिकेड्स को हटाए जाने का कार्य गुरुवार को शुरु हो गया. जानकारी के अनुसार बैरिकेड्स को हटाने के लिए आवास के बाहर कई बुलडोजर, ट्रैक्टर और मजदूर पहुंचे थे.
#WATCH | Hyderabad, Telangana: Iron barricades in front of the Chief Minister’s office (Pragathi Bhavan) are being removed. Earlier during the campaign, Revanth Reddy had said that he would remove it after Congress comes to power.
Revanth Reddy today took oath as Telangana CM… pic.twitter.com/uUUNWdK3rn
— ANI (@ANI) December 7, 2023
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रेवंत रेड्डी के साथ कई मंत्रियों ने ली शपथ
बताते चलें कि रेवंत रेड्डी ने आज एक भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. रेवंत रेड्डी के अलावा, मल्लू बी. विक्रमार्क (उपमुख्यमंत्री), एन. उत्तम कुमार रेड्डी, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, सी. दामोदर राजनरसिम्हा, डी. श्रीधर बाबू, पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, पोन्नम प्रभाकर, कोंडा सुरेखा, डी. अनसूया (सीथक्का के नाम से मशहूर), तुम्मला नागेश्वर राव और जुपल्ली कृष्णा राव ने मंत्री पद की शपथ ली. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाद्रा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया यहां एलबी स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए.
अब रेवंत रेड्डी के सामने 6 ‘चुनावी गारंटी’ पूरी करने की होगी चुनौती
- पहली गारंटी- महिला-केंद्रित वेलफेयर प्रोग्राम के अंतर्गत महिलाओं के लिए 2500 रुपये हर महीने, 500 रुपये में गैस सिलेंडर और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मुफ्त सफर दिया जाएगा.
- दूसरी गांरटी- कांग्रेस ने 10 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस देने का भी वादा किया है.
- तीसरी गारंटी – घर के लिए जगह और घर बनवाने के लिए 5 लाख रुपये दिए जाएंगे.
- चौथी गारंटी- गृह ज्योति स्कीम के तहत पात्र घरों को 200 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी.
- पांचवीं गारंटी- युवा विकासम स्कीम में यंग स्टूडेंट्स को 5 लाख रुपये दिए जाएंगे.
- छठी गारंटी – बुजुर्गों, विधवाओं, दिव्यांगों, बीड़ी मजदूर, सिंगल वुमेन, बुनकरों, एड्स एंड फाइलेरिया पेशेंट्स के साथ-साथ डायलिसिस से गुजरने वाले किडनी पेशेंट्स को हर महीने 4000 रुपये की पेंशन दी जाएगी.
रेवंत रेड्डी का अब तक का राजनीतिक सफर
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को ‘भारत जोड़ो’ यात्रा के ज़रिये चुनाव लड़ने की प्रेरणा देने का श्रेय देने वाले रेवंत रेड्डी का जन्म महबूबनगर जिले के कोंडारेड्डी पल्ली में 8 नवंबर, 1969 को हुआ था. छात्र जीवन में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य रहे रेवंत वर्ष 2006 में स्थानीय राजनीति में उतरे थे, और पहली बार में ही निर्दलीय के तौर पर मिडजिल मंडल से ZPTC सदस्य चुने गए. अगले ही साल, यानी 2007 में वह निर्दलीय के तौर ही पहली बार विधान परिषद सदस्य चुने गए.
उस्मानिया यूनिवर्सिटी के ए.वी. कॉलेज से कला स्नातक की डिग्री पाने वाले रेवंत रेड्डी बाद में तेलुगूदेशम पार्टी प्रमुख (तथा आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री) एन. चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात के बाद में शामिल हो गए. वर्ष 2009 में उन्होंने पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा, और प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस के पांच बार के विधायक गुरुनाथ रेड्डी को पराजित कर दिया. इसके बाद अविभाजित आंध्र प्रदेश से तेलंगाना विधानसभा के लिए वर्ष 2014 में उन्होंने एक बार फिर कोडांगल सीट से TDP प्रत्याशी के रूप में गुरुनाथ रेड्डी को पराजित किया, और इसके बाद उन्हें TDP की ओर से सदन में नेता चुन लिया गया.
रेवंत रेड्डी को लोकसभा चुनाव 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में मलकाजगिरी संसदीय सीट से प्रत्याशी बनाया गया, और उन्होंने TRS प्रत्याशी मर्री राजशेखर रेड्डी को हराया. इसके बाद, उन्हें 20 सितंबर, 2018 को कांग्रेस के तीन कार्यकारी अध्यक्षों में से एक नियुक्त कर दिया गया
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