तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि इस तरह के सस्ते हथकंडे का सहारा लेकर भाजपा दलितों, ओबीसी, अल्पसंख्यकों और नागरिक स्वतंत्रता के पैरोकारों के अधिकारों की रक्षा करने के अपने खराब रिकार्ड को ढकने की कोशिश कर रही है.
भट्टाचार्य ने कहा, ‘‘क्या भाजपा ने अतीत में किसी कार्य से कभी दलितों, महिलाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित किया? भाजपा के एक नेता ने बीरबाहा हांसदा जैसी एक लोकप्रिय आदिवासी नेता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की.”
रॉय ने कहा कि राज्य में समाज के कमजोर वर्गों के प्रति भाजपा के घोर अपमान के विरोध में टीएमसी दो दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करेगी, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और दलित शामिल होंगे.
चटोपाध्याय ने विधानसभा परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा का ‘शुद्धिकरण’ करने के भाजपा के कृत्य की निंदा करते हुए कहा, ‘‘यह सदन अध्यक्ष (स्पीकर) का है, जो विधायिका के संरक्षक हैं. मीडिया के समक्ष यह सबकुछ करने से पहले अध्यक्ष की सहमति नहीं लेकर भाजपा साबित कर रही है कि वह संविधान के नियमों व विनियमों का निरंतर उल्लंघन करने में शामिल है.
भाजपा विधायकों के इस दावे पर आपत्ति जताते हुए कि ‘भ्रष्ट टीएमसी विधायकों’ की मौजूदगी में यह कृत्य किया गया, हांसदा ने कहा, ‘‘ऐसी टिप्पणियां अनुचित हैं. क्या हम चोर हैं?”
उन्होंने कहा कि शुभेंदु अधिकारी जैसे भाजपा नेताओं ने उन सभी टीएमसी विधायकों की छवि धूमिल करने की कोशिश की है जो अंबेडकर की प्रतिमा के पास धरने पर बैठे थे.
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों ने शुक्रवार को बंगाल विधानसभा परिसर में अंबेडकर की प्रतिमा को गंगाजल से धोया.
विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय ने संवाददाताओं से कहा कि वह अंबेडकर की प्रतिमा को गंगाजल से धोने की वजह के बारे में मार्शल को शुभेंदु अधिकारी से जवाब मांगने को कहेंगे.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)