कर्जत: अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बृहस्पतिवार को कहा कि यह गलतफहमी है कि पार्टी के दोनों गुट जल्द ही एक साथ आएंगे. कर्जत में राकांपा के दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से बात करते हुए पटेल ने दावा किया कि पार्टी के अधिकांश जन प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के साथ हाथ मिलाने के अजीत पवार के फैसले का समर्थन किया है.
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पटेल ने कहा, ‘‘राकांपा (शरद पवार के नेतृत्व वाली) के कुछ लोग आम जनता को यह विश्वास दिलाने के लिये गुमराह कर रहे हैं कि हम फिर से एक साथ आ रहे हैं. मैं यह स्पष्ट रूप से बताना चाहता हूं कि हम महाराष्ट्र के हित के लिए अजित पवार के नेतृत्व में राकांपा में काम कर रहे हैं.”
अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार के बीच मुलाकातों पर उन्होंने कहा कि उनकी मुलाकात अक्सर नहीं होती. पटेल ने कहा, ‘‘पवार परिवार इस महीने की शुरुआत में अपने वार्षिक दिवाली मिलन समारोह (जहां अजित और शरद पवार मौजूद थे) के लिए एक साथ आए थे.” अजित पवार इस साल जुलाई में अपने चाचा द्वारा स्थापित पार्टी को विभाजित करके महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे.
पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न को लेकर दोनों गुटों के बीच चल रहे विवाद पर पटेल ने कहा कि अजित गुट ने निर्वाचन आयोग को आवश्यक साक्ष्य पेश किए हैं और जब भी मौका मिलेगा वह अपना पक्ष रखेंगे.
राकांपा नेता और महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल के मराठों को मौजूदा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में से आरक्षण नहीं मिलना चाहिए संबंधी बयान पर पटेल ने कहा कि भुजबल ने कभी भी मराठों के लिए आरक्षण की मांग का विरोध नहीं किया है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)