नई दिल्ली :
चैटजीपीटी (ChatGPT) बनाने वाली कंपनी ओपनएआई (OpenAI) से बर्खास्त सैम अल्टमैन (Sam Altman) को लेकर सत्या नडेला ने बड़ा ऐलान किया है. सत्या नडेला ने कहा है कि सैम ऑल्टमैन एक नई एडवांस एआई रिसर्च टीम का नेतृत्व करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट में शामिल होंगे. सत्या नडेला ने इससे पहले कहा था कि वह सैम ऑल्टमैन के संपर्क हैं और उनकी बर्खास्ती लेकर हैरान हैं. ओपनएआई के फैसले का विरोध करने वाले लोगों में से एक ने कहा कि ऑल्टमैन कंपनी में लौटने के लिए तैयार हैं और जल्द ही कोई बड़ा फैसला लिया जा सकता है.
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सत्या नडेला ने ट्वीट कर कहा, “हम ओपनएआई के साथ अपनी साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमें अपने प्रोडेक्ट रोडमैप, माइक्रोसॉफ्ट इग्नाइट में घोषित हर चीज के साथ इनोवेशन जारी रखने की हमारी क्षमता और हमारे ग्राहकों और भागीदारों का समर्थन जारी रखने की हमारी प्रतिबद्धता पर भरोसा है. हम एम्मेट शीयर और ओएआई की नई नेतृत्व टीम को जानने और उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं… और हम यह खबर साझा करते हुए बेहद उत्साहित हैं कि सैम ऑल्टमैन और ग्रेग ब्रॉकमैन अपने सहकर्मियों के साथ एक नई एडवांस एआई रिसर्च टीम का नेतृत्व करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट में शामिल हो रहे हैं. हम उन्हें उनकी सफलता के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए शीघ्रता से आगे बढ़ने की आशा रखते हैं.”
We remain committed to our partnership with OpenAI and have confidence in our product roadmap, our ability to continue to innovate with everything we announced at Microsoft Ignite, and in continuing to support our customers and partners. We look forward to getting to know Emmett…
— Satya Nadella (@satyanadella) November 20, 2023
ओपनएआई ने शुक्रवार को सीईओ सैम ऑल्टमैन को बर्खास्त कर दिया था. लगभग एक साल पहले चैटजीपीटी को 38 वर्षीय अल्टमैन ने बनाया था. चैटजीपीटी की रिलीज के साथ ही वह तकनीकी दुनिया की सनसनी बन गए, जो अभूतपूर्व क्षमताओं वाला एक एआई चैटबॉट है. चैटजीपीटी कुछ ही सेकंड में वो काम कर देता है, जिसे करने में घंटों का समय लग सकता है.
सैम ऑल्टमैन को बर्खास्त करते हुए ओपनएआई बोर्ड ने एक बयान में कहा था कि ऑल्टमैन की बर्खास्ती का निर्णय बेहद सोच-समझ कर लिया गया है. काफी विचार करने के बाद बोर्ड इस नतीजे पर पहुंचा कि सैम ऑल्टमैन अपने काम को लेकर स्पष्ट नहीं थे, जिससे उनकी जिम्मेदारियों का पालन करने की क्षमता में बाधा उत्पन्न हुई. बयान में कहा गया है कि बोर्ड को अब ओपनएआई का नेतृत्व जारी रखने की उनकी क्षमता पर भरोसा नहीं है.