अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार को इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने कुलगाम के नेहामा गांव में घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया. आतंकवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान समीर अहमद शेख (पीएएफएफ), यासिर बिलाल भट, दानिश अहमद ठोकर, हंजुल्ला याकूब शाह और उबैद अहमद पैडर (सभी टीआरएफ के सदस्य) के रूप में हुई है. शेख ने 2021 में आतंकवाद की दुनिया में कदम रखा था, जबकि अन्य पिछले साल या इस वर्ष इसमें शामिल हुए थे. सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार पीएएफएफ और टीआरएफ लश्कर के मुखौटा संगठन हैं.
अभियान के बारे में मीडिया को बताते हुए दक्षिण कश्मीर क्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) रईस भट ने कहा कि समनो गांव में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में गोपनीय सूचना पर यह अभियान चलाया गया था.
उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में गोपनीय सूचना मिलने पर और जम्मू-कश्मीर पुलिस तथा सेना की 34 राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ की 18वीं बटालियन ने बृहस्पतिवार को समनो में एक संयुक्त अभियान शुरू किया था. एक घर में छिपे लश्कर के आतंकियों से संपर्क साधा गया. इसके बाद हुई मुठभेड़ में पांच आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया.”
डीआईजी ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से चार एके-राइफल, चार ग्रेनेड और दो पिस्तौल सहित आपत्तिजनक सामग्री, हथियार और गोला-बारूद बरामद किये गये हैं.
वहीं जम्मू क्षेत्र के राजौरी जिले में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के संयुक्त दल के बीच मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया.
पुलिस की एक प्रवक्ता ने बताया कि एक गोपनीय सूचना पर बुद्धल तहसील के गुलेर-बेहरोटे इलाके में सेना, पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की एक संयुक्त टीम ने घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाया और इसी दौरान सुबह मुठभेड़ हुई.
प्रवक्ता ने बताया कि जब सुरक्षाकर्मी अपने लक्ष्य की ओर बढ़ रहे थे तो आतंकवादी ने एक घर से उन पर गोलीबारी शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि गोलीबारी कुछ देर तक जारी रही और इस दौरान एक आतंकवादी मारा गया. मुठभेड़ स्थल से एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन और तीन ग्रेनेड बरामद किये गये हैं.
अधिकारी ने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और तलाशी अभियान जारी है. उन्होंने बताया कि आतंकवादी की पहचान की जा रही है.