विरोध प्रदर्शन के दौरान एक व्यक्ति ने उनको टोकते हुए उनसे माइक्रोफोन छीनने की कोशिश की. उसने कहा कि वह क्लाइमेट प्रोटेस्ट के लिए आया है, उनके अन्य विचारों के लिए नहीं. सुरक्षा अधिकारियों द्वारा उसे वहां से हटाए जाने के बाद, उसने भीड़ के साथ चिल्लाना शुरू कर दिया, “कब्जे वाली जमीन पर कोई क्लाइमेट जस्टिस नहीं.”
ग्रीन्स के को-लीडर और चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के गठबंधन के जूनियर पार्टनर लैंग रिकार्डा ने कहा, “ग्रेटा थुनबर्ग ने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष में एकतरफा रुख के साथ जलवायु संरक्षण पर बिल्कुल आवश्यक और सही चिंता का दुरुपयोग किया, जिसमें उन्होंने अपराधियों का नाम नहीं लिया, जिसमें उन्होंने हमास द्वारा किए गए अत्याचारों की निंदा नहीं की.”
लैंग ने कहा, “वास्तव में उन्होंने इन बयानों के माध्यम से खुद को जलवायु आंदोलन के चेहरे के रूप में बदनाम किया है.”
“No climate justice on occupied land”
Respect for Greta Thunberg’s vocal commitment to the cause of Palestine.
One struggle, one fight! 🇵🇸pic.twitter.com/Y8SJ2WuOJR
— Lukas Slothuus (@lslothuus) November 12, 2023
जर्मन-इज़रायल सोसाइटी डीआईजी के अध्यक्ष वोल्कर बेकर ने कहा कि एम्स्टर्डम में बयानों ने “एक जलवायु कार्यकर्ता के रूप में ग्रेटा थुनबर्ग के अंत” को चिह्नित किया. उन्होंने कहा कि स्वीडिश कार्यकर्ता के लिए “अब से, इज़रायल से नफरत करना मुख्य काम है.”
जर्मनी में इजरायली दूतावास ने भी एक्स पर लिखा कि, “यह दुखद है कि ग्रेटा थुनबर्ग फिर से अपने उद्देश्यों के लिए जलवायु मंच का दुरुपयोग कर रही हैं.”
सात अक्टूबर के बाद से, जब हमास के लड़ाकों ने इजरायल की सीमाओं पर हमला किया, जिसमें लगभग 1200 नागरिक मारे गए, फ्राइडे फॉर फ्यूचर इंटरनेशनल गाजा के साथ सोशल मीडिया पर एकजुटता का आह्वान कर रहा है. गाजा हमास के हमले के बाद लगातार इजरायली बमबारी झेल रहा है.
इज़रायल ने गाजा के इस्लामी शासक हमास का युद्ध में खत्मा करने का संकल्प लिया है. गाजा में हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस क्षेत्र में 11,000 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक हैं.
फ्राइडेज़ फॉर फ़्यूचर के अंतरराष्ट्रीय समूह ने गाजा में “नरसंहार” की निंदा की है और “पश्चिमी समर्थन और गलत सूचना मशीनों” की भी आलोचना की है.
फ्राइडेज़ फॉर फ़्यूचर के जर्मन चैप्टर की प्रमुख लुइसा न्यूबॉयर ने हाल ही में डाई ज़ीट साप्ताहिक में थुनबर्ग के संघर्ष के एकतरफा दृष्टिकोण पर खेद व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “मुझे निराशा है कि ग्रेटा थनबर्ग के पास सात अक्टूबर के नरसंहार के यहूदी पीड़ितों के बारे में कहने के लिए कुछ भी ठोस नहीं था.”
जर्मनी की जलवायु कार्यकर्ता यूनिट ने भी इंस्टाग्राम पर फिलिस्तीन समर्थक पोस्ट को लेकर खुद को अंतरराष्ट्रीय समूह से अलग कर लिया था.
न्यूबॉयर ने कहा कि थुनबर्ग अतीत में “असाधारण रूप से चिंतनशील और दूरदर्शी” थीं, लेकिन जर्मन जलवायु शाखा को अब यह जांचना होगा कि “किसके साथ हमारे पास अभी भी सामान्य मूल्यों के आधार पर काम करने का आधार है.”