Blood sugar control tips : आजकल खराब जीवनशैली (unhealthy lifestyle) के कारण ब्लड शुगर, थायराइड, मोटापा जैसी बीमारी की चपेट में लोग बहुत आसानी से आ जा रहे हैं. यहां पर हम सबसे आम हो चुकी बीमारी में से एक ब्लड शुगर के बारे में बात करने जा रहे हैं. एक बार जो इसकी जद में आ जाए तो पूरे जीवन परहेज और दवाईयों के सहारे चलना पड़ता है. लेकिन आपको डायबिटीज जैसी बीमारी का पता शुरूआत में ही लग जाए तो इसे घरेलू उपायों से कंट्रोल में लाया जा सकता है. हम आपको यहां पर 5 फलों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको रोज बासी मुंह खा लेने से ब्लड शुगर कंट्रोल हो सकता है.
डायबिटीज रोगियों के लिए रामबाण है यह पहाड़ी सब्जी, इस तरह खाएंगे तो शुगर लेवल रहेगा कंट्रोल
डायबिटीज में सुबह कौन से 5 फल खाएं
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1- पपीता (Papaya Empty Stomach For Diabetes) आपके पेट और स्किन के लिए तो बहुत अच्छा होता ही साथ ही आपके शरीर में बढ़े हुए ग्लूकोज लेवल को भी कंट्रोल करता है. आप खाली पेट इस बीमारी में खा सकते हैं. यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है.
2- अमरूद (Guava In Empty Stomach For Diabetes) , इस फल को भी आप खाली पेट इस बीमारी में खा सकते हैं. नाश्ते से पहले ब्लड शुगर (home remedy in high blood sugar) में अमरूद खा लेना चाहिए. आप ऐसा करते हैं तो खुद ब खुद आपको अपनी सेहत में सुधार महसूस होने लग जाएगा.
3- सेब (Apple In Empty Stomach For Diabetes) का भी सेवन कर सकते हैं, इस बीमारी में. यह फल रोज बासी मुंह खाने से आपकी इम्यूनिटी बूस्ट (Immunity booster) होती है. इससे ब्लड शुगर कंट्रोल में रहेगा, और आप पूरे दिन एनर्जेटिक भी बने रहेंगे.
4- कीवी (Kiwi In Empty Stomach For blood sugar) को कैसे भूल सकते हैं. यह फल भी डायबिटीज जैसी बीमारी को कंट्रोल करने में रामबाण साबित हो सकता है. आप सर्दियों में इस फल को खा लेते हैं, तो आपको शुगर से ही नहीं बल्कि और स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिल जाएगी.
5- अब आते हैं पांचवें फल किन्नू (Kinnow In Empty Stomach For Diabetes) पर, यह फ्रूट भी इस बीमारी में लाभकारी होता है. आप इस बीमारी में इसका जूस पीने की बजाय फल खाएं. इस फल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स डायबिटीज रोगियों के लिए किसी औषधि से कम नहीं है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.