इस हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति ने सुबह एक्स पर एक पोस्ट भी किया. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि मैं गाजा के अल अहली अरब अस्पताल में हुए विस्फोट और उसके परिणामस्वरूप हुई जानमाल की भयानक क्षति से खासा दुखी हूं. यह समाचार सुनते ही, मैंने जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और इज़राइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम को इस बारे में जानकारी जुटाने को कहा है ताकि पता चल सके कि आखिर ये हुआ कैसे है.
I am outraged and deeply saddened by the explosion at the Al Ahli Arab hospital in Gaza, and the terrible loss of life that resulted. Immediately upon hearing this news, I spoke with King Abdullah II of Jordan, and Prime Minister Netanyahu of Israel and have directed my national…
— President Biden (@POTUS) October 17, 2023
अमेरिका संघर्ष के दौरान नागरिकों के जीवन की सुरक्षा के लिए स्पष्ट रूप से खड़ा है और हम इस त्रासदी में मारे गए या घायल हुए मरीजों, चिकित्सा कर्मचारियों और अन्य निर्दोष लोगों के लिए शोक व्यक्त करते हैं.
The entire world should know: It was barbaric terrorists in Gaza that attacked the hospital in Gaza, and not the IDF.
Those who brutally murdered our children also murder their own children.
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) October 17, 2023
#WATCH | On Israeli PM Netanyahu’s statement that Islamic Jihad is responsible for the Gaza hospital attack, Palestinian Ambassador to the UN, Riyad Mansour says “He is a liar. His digital spokesperson tweeted that Israel did the hit thinking that there was a base for Hamas… pic.twitter.com/Tqs19lc2VD
— ANI (@ANI) October 18, 2023
फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर साधा निशाना
जबकि संयुक्त राष्ट्र में फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने इस हमले को लेकर नेतन्याहू के बयान को झूठा बताया है. उन्होंने कहा कि वो झूठ बोल रहे हैं.मंसूर के डिजिटल प्रवक्ता ने एक्स पर पोस्ट किया कि इजरायल ने यह सोचकर हमला किया कि इसके आसपास हमास का आधार था। अस्पताल, और फिर उन्होंने वह ट्वीट हटा दिया. हमारे पास उस ट्वीट की एक कॉपी है…अब उन्होंने फिलिस्तीनियों को दोषी ठहराने की कोशिश करने के लिए कहानी बदल दी.
इजरायली सेना के प्रवक्ता ने एक बयान दिया जिसमें उन्होंने कहा कि अस्पतालों को खाली करो… उनका इरादा खाली कराना है या अस्पतालों पर हमला किया जाएगा और वे उस अपराध के लिए जिम्मेदार हैं और वे इससे निपटने के लिए कहानियां नहीं गढ़ सकते.
तुर्किए के निशाने पर इजरायल
उधर, तुर्किए के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने भी ट्वीट कर इज़रायल को निशाने पर लिया है कि अस्पताल पर हमला करना, जहां महिलाएं, बच्चे और निर्दोष नागरिक थे, बुनियादी मानवीय मूल्यों से रहित इज़रायल के हमलों का सबसे ताज़ा उदाहरण है. मैं ग़ाज़ा में इस अभूतपूर्व क्रूरता को रोकने के लिए पूरी मानवता को आमंत्रित करता हूं.
बता दें कि ग़ाज़ा के अस्पताल में हुए हमले के विरोध में जॉर्डन की राजधानी अम्मान में विरोध प्रदर्शन हुआ। सैकड़ों लोग अम्मान में इज़रायली दूतावास के बाहर जमा हो गए और इज़रायल के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी की। जॉर्डन की पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले भी छोड़े।