नई दिल्ली:
Israel-Gaza war: गाजा पर इजरायल की बमबारी से मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या मंगलवार को बढ़कर लगभग 3000 हो गई. संयुक्त राष्ट्र की फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी द्वारा संचालित एक स्कूल पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम छह लोग मारे गए. गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह बात कही है. समाचार एजेंसी रॉयटर की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि, हिंसक हमले तब बढ़ गए जब वाशिंगटन ने ऐलान किया कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन गाजा पट्टी पर हमास के खिलाफ युद्ध में समर्थन जताने के लिए बुधवार को इज़राइल का दौरा करेंगे.
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सात अक्टूबर को हमास के बंदूकधारियों ने सीमा पार की थी और दक्षिणी इजरायली समुदायों को हिंसा का शिकार बनाया था. उन्होंने 1300 लोगों, जिनमें से अधिकतर आम नागरिक थे, की हत्या कर दी थी. इसके बाद इजरायल ने इस इस्लामी समूह का खात्मा करने की कसम खाई है.
इस घटना के बाद से इजराइल ने घने शहरी गाजा क्षेत्र के कुछ हिस्सों पर हवाई हमले करके उन्हें तबाह कर दिया है. गाजा की 23 लाख आबादी में से लगभग आधी आबादी को अपने घर छोड़ने पड़े हैं. पूरी नाकाबंदी करके उनके लिए भोजन, बिजली और मेडिकल सप्लाई रोक दी गई है.
हमास की हथियारबंद शाखा इज़ अल-दीन अल-क़सम ब्रिगेड के अनुसार, एक इज़रायली हवाई हमले में हमास के वरिष्ठ सैन्य कमांडर अयमान नोफ़ल की मौत हो गई. वह मध्य गाजा का प्रभारी था.
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि सात अक्टूबर से अब तक गाजा में लगभग 3000 लोग मारे गए हैं और 12,500 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई महिलाएं और बच्चे हैं.
मंत्रालय ने कहा है कि इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में झड़पों में 61 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 1250 घायल हुए हैं.
संयुक्त राष्ट्र फिलिस्तीनी शरणार्थी एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए (UNRWA) ने कहा कि गाजा के अल-मगाज़ी शरणार्थी शिविर में संचालित एक स्कूल पर हुए इजरायली हवाई हमले में कम से कम छह लोग मारे गए.
यूएनआरडब्ल्यूए ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “यह अपमानजनक है और फिर से यह नागरिकों के जीवन के प्रति घोर उपेक्षा दर्शाता है. गाजा में अब कोई जगह सुरक्षित नहीं है, यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र की फेसिलिटीज भी नहीं.”
मौत और विनाश के बीच घिरे हुए गाजा इलाके में मानवीय संकट गहरा गया है. इजरायली सैनिक और टैंक जमीनी हमले के लिए सीमा पर एकत्रित हो गए हैं.