उन्होंने कहा, ‘इस देश की जनता उन लोगों के साथ नहीं है जो भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहते हैं. यह अखिल भारतीय स्तर की तस्वीर है. आप देश का नक्शा निकालकर देखिए, दक्षिण भारत के एक भी राज्य में भाजपा सत्ता में नहीं है.”
पवार के भतीजे और वरिष्ठ एनसीपी नेता अजित पवार इस साल जुलाई में आठ विधायकों के साथ महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे. अजित का दावा है कि उन्हें राकांपा के अधिकांश विधायकों का समर्थन प्राप्त है और उन्होंने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर भी दावा किया है.
पवार ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अविभाजित शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. शरद पवार ने कहा कि शिवसेना को विभाजित करके भाजपा राज्य में सत्ता में आई है.
उन्होंने दावा किया कि इसी तरह का फॉर्मूला गोवा के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी लागू किया गया था. मध्य प्रदेश में मार्च 2020 तक कांग्रेस सत्ता में थी और फिर उसकी सरकार गिर गई थी. पवार ने कहा कि भाजपा सिर्फ गुजरात में सत्ता में है जिसे वह (2022 के चुनाव में) बरकरार रखने में कामयाब रही.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया, “राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भाजपा सत्तारूढ़ पार्टी नहीं है. उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों को छोड़कर देश के अन्य सभी हिस्सों में भाजपा की राजनीतिक ताकत कम हो रही है.”
पवार ने यह भी कहा कि चुनाव के बाद राजनीतिक तस्वीर साफ हो जाएगी. उन्होंने कहा, “ सत्ता के दुरुपयोग के कारण भाजपा सत्ता गंवा रही है. पार्टी की ओर से लिए गए फैसले आम आदमी को सशक्त नहीं करते हैं.”
उन्होंने कहा कि उन्होंने एक ऐसी पार्टी का विरोध करने का फैसला किया है जो ‘अपने फायदे के लिए सत्ता का घोर दुरुपयोग कर रही है.’ पवार ने कहा, ”हमने और समान विचारधारा वाली अन्य दलों ने ‘इंडिया’ नाम से एक गठबंधन बनाया है.” वह विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलांयस’ (इंडिया) का हवाला दे रहे थे. इसमें दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दल शामिल है.
उन्होंने कहा, “ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की पार्टी (आप) ने तीन बार जीत हासिल की. अब केजरीवाल को परेशान किया जा रहा है. उनके घर का तीन बार निरीक्षण किया गया. सत्ता का पूर्ण दुरुपयोग ही भाजपा का फार्मूला है.”
एनसीपी प्रमुख ने कहा कि अगर कोई पार्टी ऐसे फॉर्मूले पर काम कर रही है तो उसका मिलकर विरोध करना होगा. उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी और अन्य समान विचारधारा वाले दल एक साथ आए और भाजपा के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करने का फैसला किया.’
एनसीपी के संस्थापक ने मुंबई पुलिस के लिए अनुबंध पर तीन हजार सुरक्षा कर्मियों को नियुक्त करने के राज्य गृह विभाग के कदम की भी आलोचना की.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने राज्य के गृह मंत्री और मुख्यमंत्री के रूप में काम किया है लेकिन मैंने गृह विभाग के लिए इस तरह की अनुबंध के आधार नियुक्ति के बारे में कभी नहीं सुना है. देश में किसी ने भी गृह विभाग के लिए अनुबंध के आधार पर लोगों को नियुक्त करने का प्रयास नहीं किया है. लेकिन अब महाराष्ट्र में भाजपा सरकार ऐसा करने की कोशिश कर रही है.”
उन्होंने कहा, ”एक शराब निर्माता ने नासिक जिले में एक स्कूल को गोद लिया है. इसने स्कूल में एक कार्यक्रम आयोजित किया जहां नृत्यांगना गौतमी पाटिल को प्रदर्शन के लिए आमंत्रित किया गया था. अगर ऐसा प्रदर्शन स्कूल के छात्रों को दिखाया जाएगा तो इससे किस तरह का संदेश जाएगा.”