फिल्म चाइना गेट में खूंखार विलेन का किरदार निभाने वाला जगीरा तो आपको याद होगा, जिसे स्क्रीन पर देखकर बच्चे तो क्या बड़े भी डर जाते थे. खुंखार जगीरा के इस रोल को बॉलीवुड एक्टर मुकेश तिवारी ने इतनी शिद्दत से अदा किया था कि आज भी उनके इस किरदार को याद किया जाता है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि बड़े पर्दे पर विलेन का किरदार निभाने वाले मुकेश तिवारी ने बहुत मेहनत कर ये मुकाम हासिल किया और उसके बाद उन्होंने जो किया वो दिल जीत लेने वाला है.
क्रिकेटर से एक्टर बने मुकेश तिवारी
24 अगस्त 1969 को मध्य प्रदेश के सागर में जन्मे मुकेश तिवारी के पिता की मौत बचपन में ही हो गई थी, जिसके चलते मां ने अकेले उन्हें पाला. मुकेश तिवारी की मां चाहती थी कि वह पढ़ लिखकर नौकरी करें और घर की जिम्मेदारी संभाल लें. लेकिन जब मुकेश तिवारी कॉलेज में थे तो उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया और अंडर-12 से लेकर अंडर-19 तक क्रिकेट खेला, पर कहते है ना जब किस्मत को कुछ और ही मंजूर हो, तो क्या करें. दरअसल, कॉलेज के दिनों में जब मुकेश तिवारी ने अपने दोस्त के साथ एक नाटक देखा तो उन्होंने अपना करियर एक्टिंग में बनाने का फैसला किया. इसके लिए उन्होंने एक आर्केस्ट्रा ग्रुप को भी ज्वाइन किया, जहां पर वो छोटे-छोटे शोज करते थे.
एनएसडी में हुए रिजेक्ट, फिर दोस्त ने की मदद
मुकेश तिवारी ने अपने एक्टिंग करियर को निखारने के लिए नेशनल स्कूल का ड्रामा में एडमिशन लिया, लेकिन पहली बार में उन्हें मौका नहीं मिला और वो वापस सागर लौट आए. फिर दूसरी बार में उन्हें एनएसडी में एडमिशन मिला और उन्होंने अपने एक्टिंग के हुनर को और निखारा. जब फिल्म चाइना गेट में खूंखार विलेन जगीरा के रोल के लिए उनके पास फोन आया तब उनके पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वो ट्रेन पकड़कर मुंबई जा सके. इसके बाद उनके एक दोस्त ने उन्हें पैसे दिए और मुकेश तिवारी ने यहां आकर फिल्म में बेहतरीन अभिनय किया.
असहाय बच्चों की पढ़ाई का उठाया जिम्मा
चाइना गेट, गोलमाल सीरीज, जमीन, हॉस्टल, गंगाजल और हवा जैसी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय कर चुके मुकेश तिवारी आज भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं, उन्होंने अपने गांव के कुछ बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है और वो उनकी पढ़ाई के लिए पूरा पैसा देते हैं.