सोशल मीडिया के युग में, इंफ्लुएंसर्स और कंटेंट क्रिएटर्स को अक्सर सार्वजनिक रूप से डांस वीडियो या इंस्टाग्राम रील्स रिकॉर्ड करते देखा जाता है. हालाँकि ऐसे वीडियो बहुत सारे व्यूज और लाइक ला सकते हैं, लेकिन वे जनता के लिए उपद्रव और असुविधा का स्रोत भी हो सकते हैं. इससे भी ज्यादा, धार्मिक स्थानों पर ऐसी डांस रील की शूटिंग दूसरों की भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है.
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ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है जिसमें एक महिला सरयू नदी (River Saryu) के किनारे अयोध्या (Ayodhya) के ‘राम की पैड़ी’ (Ram ki Paidi) घाट पर डांस कर रही है. गुलाबी सलवार सूट पहने यह महिला बॉलीवुड गाने ‘जीवन में जाने जाना’ पर पानी छिड़कते हुए और बालों को झटकते हुए थिरकती नजर आ रही है.
देखें Video:
#अयोध्या :राम की पैड़ी में रील बनाते एक महिला का वीडियो हुआ वायरल पानी के अंदर फिल्मी गाने पर ठुमका लगाते …
हमारे धार्मिक स्थलों के लिए क्या समझ के रखा है नाचने वाले लोगों ने pic.twitter.com/6q4zYANM3f
— Vikram Singh Parmar (@vikram_rajaB) October 10, 2023
विशेष रूप से, पवित्र सरयू जल में पवित्र स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री घाट पर आते हैं. वीडियो देखने के बाद कई लोगों ने नाराजगी ज़ाहिर की और अधिकारियों से उनके पूजा स्थल का अनादर करने के लिए महिला के खिलाफ उचित कार्रवाई करने को कहा.
अयोध्या पुलिस ने वीडियो पर जवाब देते हुए बताया कि आवश्यक कार्रवाई जारी है. उन्होंने सुझाव दिया कि जांच शुरू की जायेगी. अयोध्या पुलिस ने लिखा, ”प्रभारी निरीक्षक को आवश्यक जांच और कार्रवाई के लिए अयोध्या निर्देशित किया गया है.”
प्रभारी निरीक्षक को0 अयोध्या को आवश्यक जांच एंव कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया।
— AYODHYA POLICE (@ayodhya_police) October 10, 2023
कुछ महीने पहले सरयू नदी घाट पर डांस करती एक लड़की के ऐसे ही वीडियो ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचा दिया था. लड़की को नदी में ‘पानी में आग लगानी है’ गाने पर डांस करते देखा गया और बाकी लोग उसे देखते रहे.
कई लोगों ने कहा कि वीडियो ने उनकी धार्मिक संवेदनाओं को आहत किया है और पूजा स्थलों पर इस तरह के डांस की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. अयोध्या पुलिस ने घटना का संज्ञान लिया और प्रभारी निरीक्षक को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
पिछले कुछ समय से मेट्रो ट्रेनों, रेलवे प्लेटफार्मों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के नाचने का चलन तेजी से बढ़ा है. इस तरह की हरकतें न सिर्फ जनता के लिए कष्टप्रद होती हैं, बल्कि कई बार जोखिम भरी भी हो सकती हैं.