अहमदाबाद:
गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. प्रदेश में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विपक्ष के पूर्व नेता मोहन सिंह राठवा ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. वे अपने दो बेटों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं. मोहन सिंह 10 बार से छोटा उदयपुर सीट से विधायक हैं. यहां उनका बहुत दबदबा है. ऐसे में चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के लिए ये सीट बहुत अहम हो जाती है.
यह भी पढ़ें
छोटा उदयपुर के विधायक मोहन सिंह राठवा का यहां काफी दबदबा है. उन्होंने कुछ महीने पहले ही कोई चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था. उन्होंने मीडिया से कहा था, ‘मैं युवाओं को मौका देना चाहता हूं. मैंने लगातार 11 बार चुनाव लड़ा, जिसमें 10 बार जीता हूं. मुझे जेतपुर पावी, बोडेली और छोटा उदयपुर तालुका के मतदाताओं ने हमेशा जिताया है. युवाओं की जरूरत इसलिए है कि वे गांव-गांव जा सकें, लोगों के लिए दौड़ सकें.’
छोटा उदयपुर विधानसभा क्षेत्र छोटा उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. यह सीट अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है. 2017 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मोहनसिंह छोटूभाई राठवा ने भारतीय जनता पार्टी के जशुभाई भीलुभाई राठवा को 1093 मतों के अंतर से हराकर सीट जीती थी. 2019 के लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार रथवा गीताबेन वाजेसिंगभाई ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राठव रंजीतसिंह मोहनसिंह को हराकर 377943 मतों के अंतर से छोटा उदयपुर लोकसभा (एमपी) सीट से जीत हासिल की.
मोहन सिंह राठवा के बीजेपी से जुड़ने के बाद पार्टी यहां और भी सीटें झटक सकती है. छोटा उदयपुर जिले में कुल तीन सीटें हैं. इनमें छोटा उदयपुर, पावी जेतपुर और संखेड़ा शामिल हैं. 2017 के चुनाव में संखेड़ा सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी. बाकी दो सीटों पर कांग्रेस विजयी रही थी. मोहन सिंह राठवा के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब पार्टी छोटा उदेपुर में अपने को मजबूत कर सकती है. छोटा उदयपुर लोकसभा सीट पर पहले से ही बीजेपी का कब्जा है.
बता दें कि गुजरात विधानसभा के लिए पहले चरण में 1 दिसंबर और दूसरे चरण में 5 दिसंबर को वोटिंग होगी. वोटों की काउंटिंग 8 दिसंबर को होगी.
ये भी पढ़ें:-
भारत जोड़ो यात्रा में बोले योगेंद्र यादव- “देश को तोड़ने की कोशिश हो रही है”
Featured Video Of The Day
महाराष्ट्र पहुंचे राहुल गांधी, भारत जोड़ो यात्रा में उमड़ा जनसैलाब