कांग्रेस की ओर से जारी एक वीडियो के अनुसार, शर्मा ने कहा, ‘‘यह (रीजीजू का बयान) बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बयान है. चाहे प्रधानमंत्री हों या कोई अन्य मंत्री हों, उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. यह कोई राजनीति का विषय नहीं है.”
उन्होंने यह भी कहा कि, ‘‘पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और आजादी की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति के नेता रहे. नेहरू कई वर्षों तक जेल में रहे.”
शर्मा के अनुसार, कोई भी बयान या कागज ऐसा नहीं है जिसके आधार पर जम्मू-कश्मीर के विलय में विलंब के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू या सरदार पटेल को जिम्मेदार ठहराया जाए. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विलय से जुड़े कुछ घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘‘किरेन रीजीजू को इतिहास का ज्ञान नहीं है. यह चिंता का विषय है. उन्हें जानकारी हासिल करनी चाहिए.”
शर्मा ने यह भी कहा कि मुंबई हमले के सभी आतंकवादियों को पाकिस्तान को कानून के जद में करना चाहिए और चीन को इनके बचाव में नहीं आना चाहिए.
रीजीजू ने पिछले दिनों एक लेख में कहा था कि पहले प्रधानमंत्री नेहरू की अनुच्छेद 370 लागू करने और मामले को संयुक्त राष्ट्र लेकर जाने जैसी गलतियों के कारण देश ने बहुत त्रासदी झेली, देश के संसाधनों की बर्बादी हुई और आतंकवाद के चलते हजारों सैनिकों और नागरिकों ने जान गंवाई.
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जवाहरलाल नेहरू पर टिप्पणी: कांग्रेस ने कहा- किरेन रीजीजू को इतिहास का ज्ञान नहीं
केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:
कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के मुद्दे के संदर्भ में केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू द्वारा पंडित जवाहरलाल नेहरू पर की गई टिप्पणियों को लेकर शनिवार को दावा किया कि रीजीजू को इतिहास का ज्ञान नहीं है. पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री या किसी भी मंत्री को ऐसे मामलों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.
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कांग्रेस की ओर से जारी एक वीडियो के अनुसार, शर्मा ने कहा, ‘‘यह (रीजीजू का बयान) बहुत ही गैर जिम्मेदाराना बयान है. चाहे प्रधानमंत्री हों या कोई अन्य मंत्री हों, उन्हें इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए. यह कोई राजनीति का विषय नहीं है.”
उन्होंने यह भी कहा कि, ‘‘पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के पहले प्रधानमंत्री थे और आजादी की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति के नेता रहे. नेहरू कई वर्षों तक जेल में रहे.”
शर्मा के अनुसार, कोई भी बयान या कागज ऐसा नहीं है जिसके आधार पर जम्मू-कश्मीर के विलय में विलंब के लिए पंडित जवाहरलाल नेहरू या सरदार पटेल को जिम्मेदार ठहराया जाए. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के विलय से जुड़े कुछ घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए दावा किया, ‘‘किरेन रीजीजू को इतिहास का ज्ञान नहीं है. यह चिंता का विषय है. उन्हें जानकारी हासिल करनी चाहिए.”
शर्मा ने यह भी कहा कि मुंबई हमले के सभी आतंकवादियों को पाकिस्तान को कानून के जद में करना चाहिए और चीन को इनके बचाव में नहीं आना चाहिए.
रीजीजू ने पिछले दिनों एक लेख में कहा था कि पहले प्रधानमंत्री नेहरू की अनुच्छेद 370 लागू करने और मामले को संयुक्त राष्ट्र लेकर जाने जैसी गलतियों के कारण देश ने बहुत त्रासदी झेली, देश के संसाधनों की बर्बादी हुई और आतंकवाद के चलते हजारों सैनिकों और नागरिकों ने जान गंवाई.
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