नई दिल्ली:
भारतीय मौसम विज्ञान के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में साल 2007 के बाद से पिछले 24 घंटों में सुबह 8.30 बजे तक दूसरी सबसे अधिक बारिश हुई. दिल्ली में मौजूदा बारिश मानसून की बारिश नहीं है. जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान के बीच ऊपरी क्षोभमंडल में पश्चिमी विक्षोभ का एक केंद्र बना हुआ है, जिसकी वजह से पश्चिमोत्तर भारत समेत कई इलाकों में बारिश जारी है. गुजरात के ऊपर एक चक्रवातीय दवाब की स्थिति भी बनी हुई है. इसके अलावा एक अलग चक्रवात का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में भी बना हुआ है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
-
दिल्ली में रविवार सुबह 8.30 बजे तक 74 मिमी बारिश मापी गई है. सफदरजंग वेधशाला में पिछले 24 घंटों में 74.3 मिमी, पालम वेधशाला में 64.9 मिमी, लोधी रोड मौसम स्टेशन में 87.2 मिमी, रिज मौसम स्टेशन में 60.1 मिमी और आयानगर मौसम स्टेशन में 85.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है.
-
लगातार होती बारिश की वजह से शहर में शनिवार को अधिकतम तापमान में 10 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई. अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
-
पिछले कुछ दिनों में हुई बारिश ने दिल्ली में वायु की गुणवत्ता में सुधार करने में अहम योगदान दिया है. शनिवार शाम 6:40 बजे, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AIQ) 37 दर्ज किया गया, जो ‘अच्छी’ श्रेणी में आता है.
-
बारिश के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या के कारण लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा.
-
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली के अलावा उत्तराखंड, यूपी, राजस्थान, एमपी, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और गुजरात में भारी बारिश होने का अनुमान है.